गैंगस्टर विकास दुबे की मौत के बाद खुला अब तक सबसे बड़ा सच, गांव की बहू-बेटियों पर…

शशिकांत ने बताया कि उसने भी पुलिस टीम पर गोली चलाई थी। उसने बताया कि उसे गोली चलाने के लिए विकास दुबे ने आदेश दिया था। शशिकांत ने यह भी बताया कि उसके घर में ही सीओ देवेंद्र मिश्रा, चौकी इंचार्ज और एक सिपाही की हत्या की गई थी, उन्हें बेरहमी से मार दिया गया था।

 

सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद बिकरु कांड में रोजाना नये-नये खुलासे हो रहे हैं। मंगलवार को गिरफ्तार हत्यारे शशिकांत पाण्डेय ने दावा किया कि उनके घर पर सीओ देवेन्द्र मिश्रा और दो दारोगा की हत्या की गयी। उसने बताया कि घटना के मुख्य अभियुक्त रहे विकास दुबे के खौफ के चलते पापा और मैंने पुलिस पर गोली चलवायी। अगर ऐसा न करते तो वह हमें मार देता।

शशिकांत दुबे ने बताया कि शूटआउट की रात को किस-किस ने पुलिस वालों पर गोलियां चलाई थी। शशिकांत ने बताया कि उस रात एनकाउंटर में मारे गए विकास दुबे, अमर दुबे, प्रभात मिश्रा, प्रेम प्रकाश पांडे (शशिकांत के पापा), अतुल दुबे और बऊआ ने गोली चलाई थी।

गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद उसका खास गुर्गा शशिकांत पांडे पुलिस की गिरफ्त में है। शशिकांत ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने बताया कि विकास दुबे की गांव की बहू-बेटियों पर गंदी नजर रहती थी।

इस हमले में टीम का नेतृत्व कर रहे सीओ देवेन्द्र मिश्रा समेत आठ पुलिस कर्मी मारे गये। इसके बाद से लगातार बिकरु कांड के अभियुक्त या तो पकड़े जा रहे हैं या मारे जा रहे हैं। मंगलवार को एक और अभियुक्त शशिकांत पाण्डेय उर्फ सोनू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरु गांव में हिस्ट्रीशीटर रहे विकास दुबे (Gangster Vikas Dubey) और उसके गुर्गों ने दो जुलाई की रात्रि दबिश देने गयी पुलिस टीम पर हमला कर दिया।