आपको बता दें कि गुड्डन को उसके ड्राइवर सर्वेश तिवारी के साथ एटीएस चीफ देवेन भारती और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक ने ठाणे से गिरफ्तार किया।एटीएस सूत्रों के अनुसार, गुड्डन और उसका साथी कानपुर से भाग कर मध्य प्रदेश में दतिया तक अपने दोस्त की गाड़ी से आए। वहां से वे अलग-अलग ट्रकों से मुंबई तक आए।
गौरतलब है कि एटीएस से जुड़े एक अधिकारी ने शनिवार रात एक अखबार को को यह जानकारी दी। इस अधिकारी के अनुसार, गुड्डन ने यह एहतियात इसलिए बरता, ताकि यूपी एसटीएफ जब उसकी मोबाइल लोकेशन ढूंढे, तो वह गुमराह रहे। उसे अंदाज ही नहीं रहे कि हम लोग असल में कहां भागे हुए हैं।
गांव में पुलिस चौपाल लगाई तो एक बुजुर्ग ने बताया कि 20 साल पहले वह नए कपड़े पहन घर से निकला था तो विकास ने उसे पीटा था। इसके बाद वह हमेशा पुराने कपड़े पहनता रहा। यह कहानी सुन पुलिसवाले भी हैरान रह गए।
गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद हर दिन उससे जुड़े नए-नए खुलासे हो रहे हैं। बिकरू गांव के लोगों ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है।
कानपुर कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद से उसके गुर्गो पर अब पुलिस शिकंजा कस रही है. आपको बता दें कि अब महाराष्ट्र एटीएस ने शनिवार को जिस अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी नामक आरोपी को गिरफ्तार किया है, वह अपना मोबाइल कानपुर ही छोड़कर आया था।