सऊदी अरब के बाद अब इस देश ने दिया पाकिस्तान को झटका, 150 लोगों की ली जान…

रिपोर्ट में बोला गया है कि जर्मनी ने पाक को लेकर कड़ा रुख उसकी आतंकवाद को काबू में करने की नाकामी की वजह से अपनाया है. खासकर, 2017 में काबुल में जर्मनी के दूतावास पर हुए बम धमाके के दोषियों को सजा दिलाने में पाक असफल रहा.

 

करीब 150 लोगों की जान लेने वाले धमाके के पीछे हक्कानी नेटवर्क का हाथ था जिसे पाक में समर्थन मिला है. कुछ दिन पहले ही फाइनेंशिल एक्शन टास्क फोर्स की ‘ग्रे लिस्ट’ से बाहर आने की कोशिशों के तहत पाक ने 88 प्रतिबंधित आतंकी संगठनों व उनके आकाओं पर कार्रवाई करने का ढोंग किया है.

लेकिन इस लिस्ट में अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम शामिल करके आखिरकार उसने एक तरह से मान लिया है कि दाऊद पाक की जमीन पर ही है.

एक अंग्रेजी दैनिक की रिपोर्ट के मुताबिक पाक ने अपनी पनडुब्बियों के लिए एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (एआइपी) की मांग की थी, जिसके लिए जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने साफ मना कर दिया.

दरअसल एआइपी की सहायता से पनडुब्बियां हफ्तों पानी के नीचे रह सकती हैं. जर्मन फेडरल सिक्यॉरिटी काउंसिल ने पाक को यह निर्णय 6 अगस्त को सुनाया था.

पाक ने एआइपी की मांग इसलिए रखी थी ताकि उसकी पनडुब्बियों को सतह पर ना आना पड़े. एआइपी प्रणाली से पनडुब्बियों की क्षमता भी बड़ जाती है क्योंकि इससे डीजल इंजन बिना अटमॉस्फीरिक हवा के हफ्तों चल सकते हैं. हाल ही मुस्लिम राष्ट्रों को एक मंच पर लाने की मुहिम की प्रयास में सऊदी अरब से फजीहत झेलने के बाद जर्मनी ने भी पाक को झटका दिया है.