सालो बाद होली पर बन रहा ये दुर्लभ योग, जानिए इस बारे में…

होली से करीब 8 दिन पहले होलाष्टक लग जाता है। इसमें होलिक दहन तक शुभ और मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है। पंचांग के अनुसार होलाष्टक की शुरुआत फाल्गुन के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से होती है। ऐसे में इस बार होलाष्टक 22 मार्च (सोमवार) से शुरू हो रहा है। इसका समापन 28 मार्च (रविवार) यानी फाल्गुन की पूर्णिमा को होगा।

ज्योतिष और पंचांग के जानकारों के अनुसार 29 मार्च को कन्या राशि में चंद्र होंगे। गुरु- शनि दोनों अपनी ग्रह राशियों में रहेंगे। साथ ही होली इस बार सर्वार्थसिद्धि योग में मनाया जाएगा। इस दौरान अमृत सिद्धि योग भी होगा। खास ये भी है कि इस बार होली पर ध्रुव योग का निर्माण हो रहा है। ऐसा योग इससे पहले 1521 को बना था।

अमृत सिद्ध योग 28 मार्च के शाम 5.36 बजे से 29 मार्च के सुबह 6.15 बजे तक रहेगा। ऐसे ही स्वार्थसिद्धि योग भी 28 मार्च के सुबह 6.16 बजे से 29 मार्च के सुबह 6.15 बजे तक का होगा।

वैसे इस बार की होली बेहद खास होने जा रही है। दरअसल इस बार 29 मार्च को होली के दिन एक बेहद खास और दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है। होली के दिन ऐसा संयोग 499 साल पहले बना था। यही कारण है कि इस बार की होली खास हो रही है।

भारत के सबसे बड़े त्योहार में से एक होली का उत्सव इस बार 29 मार्च को मनाया जाएगा। रंगाों का ये त्योहार हर साल चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाई जाती है। इसके साथ ही हिंदी कैलेंडर के अनुसार नए साल की शुरुआत भी होती है। इस दिन अबीर और गुलाल खेलने की परंपरा है।