भारत के बाद चीन ने लिया इन 21 देशों से पंगा , मिलकर छोड़ सकते ये मिसाइल

भारत-चीन के बीच 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा है, ऐसे में कई भारतीय क्षेत्रों पर चीन अपना दावा करता रहा है. चीन ने लद्दाख के 38,000 स्क्वैयर किलोमीटर (अक्साई चीन) जमीन पर अवैध रुप से कब्जा किया हुआ है.

 

जो तिब्बत-शिनजियांग को जोड़ने के साथ-साथ रणनीतिक रुप से भी काफी महत्वपूर्ण है. चीन अरुणाचल प्रदेश को तिब्बत का हिस्सा मानता है और इसके 90,000 स्क्वैयर किलोमीटर पर अपना दावा करता है.

बता दें कि 1959 में तिब्बती विद्रोह के दौरान दलाई लामा के निर्वासन से बने तनावों के बाद, 1962 में इस विवादित हिमालयी सीमा पर चीन-भारतीय युद्ध छिड़ गया. आज भी चीन और भारत के बीच लद्दाख और अरुणाचल को लेकर ही सीमा विवाद है.

भारत-चीन (India-China Conflict) के बीच लद्दाख सीमा पर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सेना के बड़े अधिकारियों की हाई लेवल मीटिंग के बाद भी दोनों देशों के बीच आपसी सहमती नहीं बनी.

इस बीच, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने अपने सैनिकों से युद्ध की तैयारी करने को कहा है. ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जिनपिंग ने एक मिलिट्री बेस के दौरे पर सैनिकों से कहा- ‘अपना पूरा दिमाग और ऊर्जा युद्ध की तैयारी पर केंद्रित करो.’

ऐसे में दोनों देशों के बीच टकराव की स्थिति कभी भी बन सकती है. हालांकि, भारत इकलौता ऐसा देश नहीं है, जिसका चीन के साथ सीमा तनातनी है.

भारत के अलावा, चीन का ताइवान (Taiwan), रूस (Russia), जापान (Japan), वियतनाम (Vietnam) सहित कुल 21 देशों के साथ सीमा विवाद है. आइए समझते हैं, आखिर चीन का भारत सहित इन 21 देशों के साथ कहां-कहां और क्या गतिरोध है.