भारत के बाद चीन ने लिया इस देश से पंगा, दे डाली ये खतरनाक चेतावनी

चीन ने कहा है, ‘व्हाइट सुप्रिमेसी की धुरी वाले नकली अंतरराष्ट्रीय संगठन के हाथों 21वीं सदी में वैश्विक कूटनीति को हाईजैक नहीं होने देना चाहिए. वे मानव जाति के एजेंडे को निर्धारित नहीं कर सकते हैं. हम दुनिया की आम नैतिकता के बहाने इनके स्वार्थ को मंजूरी नहीं दे सकते.’

चीनी अखबार में कहा गया है कि फाइव आईज एक इंटेलिजेंस शेयरिंग तंत्र (Intelligence Sharing Mechanism) (खुफिया जानकारी साझा करना) से बदलकर ‘राजनीतिक गुटबाजी’ वाला संगठन बन गया है.

चीन ने कहा है, ‘व्हाइट सुप्रिमेसी की धुरी वाले नकली अंतरराष्ट्रीय संगठन के हाथों 21वीं सदी में वैश्विक कूटनीति को हाईजैक नहीं होने देना चाहिए. वे मानव जाति के एजेंडे को निर्धारित नहीं कर सकते हैं. हम दुनिया की आम नैतिकता के बहाने इनके स्वार्थ को मंजूरी नहीं दे सकते.’

अब चीनी सरकार के अखबार ग्लोबल टाइम्स में इस गठबंधन को ‘व्हाइट सुप्रिमेसी ( White Supremacy) की धुरी वाला एक नकली अंतरराष्ट्रीय गठबंधन’ बताया गया है.

अखबार के संपादकीय में कहा गया है कि ‘अमेरिका केंद्रित इस नस्लवादी (Racist) गठबंधन के सदस्य देश अपनी मर्जी और अहंकार से चीन को उकसाने का काम करते हैं और उसी तरह अपने आधिपत्य को मजबूत कर रहे हैं, जैसे सभी गुंडे यानी गैंगस्टर (Gangster) किया करते हैं.’ इसमें ये भी कहा गया है कि इन देशों का उद्देश्य चीन के विकास के अधिकारों को रोकना है.

चीन के रिश्ते इस समय ना केवल भारत और अमेरिका (China’s Relation With US India) बल्कि ऑस्ट्रेलिया से भी तनाव भरे (China Australia Relations) चल रहे हैं. चीन का आरोप है कि ऑस्ट्रेलिया ‘अमेरिका केंद्रित नस्लवादी और माफिया स्टाइल कम्युनिटी का हिस्सा है.’

ऑस्ट्रेलिया ‘फाइव आईज’ (Five Eyes) नामक इंटेलिजेंस गठबंधन (Intelligence Alliance) का हिस्सा है. जिसमें कनाडा, न्यूजीलैंड, ब्रिटेन और अमेरिका भी शामिल हैं. यह लंबे समय से चला आ रहा वो गठबंधन है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया न्यूजीलैंड सहित इन तीन देशों के साथ इंटेलिजेंस से जुड़े मामलों पर काम करता है.