कोरोना वैक्सीन बनाने के बाद रूस ने उठाया ये बड़ा कदम, 40,000 लोगों पर करने जा रहा…आज रात…

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि रूस कोरोना वायरस वैक्सीन पंजीकृत करने वाला पहला देश बन गया है, हालांकि इस घोषणा के बाद वैज्ञानिकों और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा था .

 

 

अभी इसकी एक कठोर सुरक्षा समीक्षा की आवश्यकता है. रूस का कहना है कि 20 से अधिक देशों ने वैक्सीन की एक अरब से अधिक खुराक खरीदने के लिए कहा है, रूस ने इसे बनाने के लिए कई देशों के साथ समझौते किए है.

वैक्सीन को पर्याप्त रूप से परीक्षण किए बिना लॉन्च करने के लिए रूस को वैश्विक आलोचना का सामना करना पड़ा था. रूस ने वैक्सीन के लिए एक विशेष वेबसाइट शुरू की है.

जहां वैक्सीन से संबंधित सभी जानकारी और डेटा होगा. गुरुवार को रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF), जो स्पुतनिक-वी वैक्सीन के विकास में सहयोग कर रहा है.

एक विस्तृत बयान दिया, जिसमें यह सूचीबद्ध किया गया था कि टीका के बारे में उठाए जा रहे सवाल क्यों निराधार थे और क्यों टीका सार्वजनिक उपयोग के लिए सुरक्षित है.

Coronavirus महामारी के बाद पहली वैक्सीन लॉन्च करने वाले रूस का कहना है कि वह इस वैक्सीन का अगले हफ्ते से 40000 लोगों पर परीक्षण करेगा. इस वैक्सीन पर बिना पर्याप्त ट्रायल के लॉन्च करने के आरोप लग रहे थे.

रूस ने कहा है कि स्पुतनिक-वी वैक्सीन का फेज -3 परीक्षणों में 40,000 लोगों पर ट्रायल होगा. रूस ने 11 अगस्त को फेज -3 परीक्षणों के बिना मास्को के गमलेया संस्थान द्वारा विकसित वैक्सीन को मंजूरी दे दी थी. वैक्सीन ने केवल फेज -1 और फेज -2 मानव परीक्षणों का आयोजन किया था.