कोरोना वैक्सीनेशन के बाद मुस्लिम जा सकेंगे यहाँ, जानकर लोग हुए हैरान

मेरठ के कुछ मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है. मकबरा डिग्गी, शकुरनगर, ज़ाकिर कॉलोनी, लक्खीपुरा, तारापुरी में अभी भी वैक्सीनेशन का प्रतिशत बहुत कम है. इन इलाकों में लोगों के भ्रम को दूर करने की कोशिश में अब स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है.

मेरठ के नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लखीपुरा के प्रभारी डॉ कादिर अहमद खान का कहना है कि ये सभी मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र हैं. इन इलाकों में कई जगह, जहां टीकाकरण को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है और लोग टीकाकरण के लिए आगे नहीं आ रहे हैं.

हालांकि स्वास्थ्य विभाग और उनकी टीम की तरफ से काफी प्रयास किए जा रहे हैं और लोगों को मस्जिदों में जाकर भी और मस्जिद के बाहर भी समझाया जा रहा है. अगर उनके अंदर टीकाकरण को लेकर कोई भ्रम की स्थिति है तो उसको दूर किया जा रहा है.

स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी लगातार मस्जिदों में आने वाले लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक कर रहे हैं और उनसे वैक्सीनेशन के लिए आह्वान करते नजर आ रहे हैं.

मस्जिदों में और मस्जिदों के बाहर भी स्वास्थ्यकर्मी जागरूकता अभियान चला रहे हैं और फायदा गिना रहे हैं. उनको समझाया जा रहा है कि वैक्सीनेशन के बाद ही वो हज या उमरा पर जा सकेंगे.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में ज्यादा ये ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन देने का जिक्र किया. ताकि कोरोना को मात दिया जा सके. वहीं मेरठ के कुछ इलाकों में लोग अभी भी वैक्सीनेशन को लेकर असमंजस में हैं.

जिससे इन क्षेत्रों में टीकाकरण का प्रतिशत काफी कम है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने इन इलाकों में वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार को बढ़ाने के लिए मस्जिदों से लोगों को जागरूक करने को कहा है. उनकी इस अपील पर मस्जिद लोगों को वैक्सीन के लिए प्रोत्साहित करने में जुट गई है.