चीन के बाद अब पाकिस्तान कर रहा….सीमा पर….तैनात किया…

शुरू में इसे जम्मू कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ को सुनिश्चित बनाने की उसकी रणनीति का हिस्सा समझा जा रहा था। बताते चलें कि इससे पहले बीते दिनों चीनी सैनिकों की सीमा पर भारतीय सैनिकों के साथ झड़प हो गई थी, जिसे बाद में सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद शांत किया गया था।

 

पाक ने तोपखाना आगे लाने के साथ विमानभेदी तोपों को भी सीमा पर तैनात कर दिया है। रक्षा सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने अप्रैल से एलओसी से सटे इलाकों में गतिविधियां तेज की थीं।

15 दिन के दौरान पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा में विमानभेदी तोपों को भी तैनात किया है। वहीं, बीते एक माह के दौरान पुंछ सेक्टर और हीरानगर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर में पाकिस्तानी सेना ने सबसे ज्यादा संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।

सूत्रों ने बताया कि नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार जहां पाक सेना में असामान्य हलचल हो रही है। वहीं, पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा भी इसी दौरान चीनी सेना की गतिविधियां तेज हुई हैं।

चीनी सेना के साथ तीन बार टकराव की स्थिति भी बनी है। पैंगांग झील की लहरों पर भारत और चीन के सैनिक अपनी गश्ती मोटरबोट में एक दूसरे के सामने बैनरों के साथ डटे थे।

अक्साई चिन इलाके में चीन ने अपने सैनिकों की संख्या को अचानक बढ़ाया है। दो दशकों में ऐसा पहली बार हुआ है। वहीं, भारत ने भी पहली बार चीन के साथ सटे इलाकों में युद्धक विमानों को उड़ाया है।

भारत-अमेरिका के बीच Covid-19 महामारी फैलने के बाद जिस तरह से आपसी सहयोग बढ़ा है, उससे पाकिस्तान और चीन को मिर्ची लग रही है। इसका सीधा असर जम्मू-कश्मीर में वास्तविक नियंत्रण रेखा, नियंत्रण रेखा और अंतराष्ट्रीय सीमा पर नजर आने लगा है।

लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इलाके में चीन ने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है और पाकिस्तान सांबा व हीरानगर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अतिरिक्त सैन्य डिवीजनों को तैनात कर रहा है।