चीन के बाद नेपाल ने की ये बड़ी हरकत, भारत की तरफ बढाया…

बता दें कि केपी ओली वैसे अपनी सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी ( Nepal Communist Party ) के भीतर विद्रोह का सामना कर रहे हैं व वे इसके लिए हिंदुस्तान को दोषी जिम्मेदार मान रहे हैं. नेपाल के पीएम ओली ने बीते रविवार को आरोप लगाया था कि उन्हें सत्ता से बेदखल करने के लिए एक दूतावास (भारत) कार्य कर रहा है.

उन्होंने यह भी बोला था कि लिपुलेख, कालापानी व लिंप्युधुरा ( Lipulekh, Kalapani and Limpudhura ) को नेपाल के हिस्से के रूप में शामिल कर देश का नया नक्शा प्रकाशित करने को लेकर हिंदुस्तान उन्हें सत्ता से बेदखल करना चाहता है.

हालांकि, ओली के इन आरोपों पर पार्टी के वरिष्ठ नेता पुष्प कमल दहल प्रचंड ( Pushpa Kamal Dahal Prachanda ) ने बोला कि उन्होंने जो आरोप लगाए हैं उसे वे साबित करें व यदि नहीं कर पाते हैं तो त्याग पत्र दे दें.

लेकिन इन सबके बीच एक बड़ी समाचार सामने आई है. दरअसल, मौजूदा समय में चाइना ( China ) व नेपाल ( Nepal ) के साथ सीमा टकराव को लेकर हिंदुस्तान का रिश्ता तनावपूर्ण है. ऐसे में चाइना व नेपाल के साथ तल्ख रिश्तों के बीच पाक ( Pakistan ) हिंदुस्तान के खिलाफत का कोई मौका गवांना नहीं चाहेगा.

लिहाजा, हिंदुस्तान को घेरने के लिए चाइना व पाक मिलकर नेपाली पीएम केपी ओली को मोहरा बना रहे हैं. यही कारण है कि चाइना के सह पर नेपाल में पैदा हुए आंतरिक सियासी कलह में अब पाक के पीएम इमरान खान ( Pakistan पीएम Imran Kahn ) कूद पड़े हैं. इमरान खान ने ओली को अपना समर्थन देने का निर्णय किया है.

नेपाल में सियासी ( Nepal Politics ) प्रयत्न तेज हो गया है व पीएम केपी शर्मा ओली ( Prime Minister KP Sharma Oli ) पर इस्तीफे को लेकर दबाव बढ़ गया हैं.