आखिर राहुल गांधी ने गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ कर ही डाला ये काम, मिली कड़ी चेतावनी

कई सालों से गुजरात की सत्ता हासिल करने में लगातार नाकाम प्रदेश कांग्रेस के खिलाफ राहुल गांधी ने कड़ा रुख अपनाते हुए दिग्गज नेताओं को चेतावनी दी है| राहुल गांधी ने गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष, विपक्ष के नेता और प्रभारी को पार्टी मजबूत करने की दिशा में काम करने का आदेश दिया है| पिछले कई सालों में गुजरात कांग्रेस में चल रही गुटबंदी और बगावत को पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गंभीरता से लिया है|

वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भरपूर मेहनत और सरकार बनने के पूरे अवसर होने के बावजूद गुजरात में कांग्रेस को सत्ता नहीं मिली| इतना ही नहीं चुनाव के बाद कुंवरजी बावलिया, जवाहर चावडा, अल्पेश ठाकोर जैसे दिग्गज नेता पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हो गए| विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने राज्य में कई जिला और तहसील पंचायत समेत नगर पालिकाएं भी गंवा दीं|

बीते दिनों हुए जूनागढ़ महानगर पालिका के चुनाव में कांग्रेस कहीं भी मजबूती के साथ खड़ी नजर नहीं आई| गुजरात इकाई की लगातार असफलता को राहुल गांधी ने गंभीरता से लिया है| 11 अक्टूबर को मानहानि के मामले में अहमदाबाद आए राहुल गांधी ने सर्किट हाउस में गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा, प्रदेश प्रभारी राजीव सातव और विपक्ष के नेता परेश धानाणी के साथ बैठक में तीनों को चेतावनी दी थी|

सूचना के अनुसार, राहुल गांधी ने गुजरात कांग्रेस नेताओं को पर्फोमन्स नहीं देने पर पद छोड़ने की चेतावनी दी है| साथ ही पर्फोमन्स के लिए तीनों नेताओं को जो कुछ भी करना पड़े, उसकी खुली छूट भी दी है| जिसमें आदेश का पालन नहीं करने पर नेता या कार्यकर्ता के खिलाफ कोई भी कार्यवाही और कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने वाले पार्टी से बाहर करने तक कार्यवाही शामिल है| इसके बावजूद गुजरात कांग्रेस में कोई सुधार नहीं होता है तो प्रदेश नेतृत्व में परिवर्तन किया जा सकता है|