आखिरकार चीन ने शुरू किया ये काम , भारत भी हुआ तैयार

अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार, वे भारतीय क्षेत्र से दस किलोमीटर से ज्यादा दूर ही रहे। भारत ने भी मई के पहले हफ्ते में सुखोई-30 एमकेआई को इलाके में भेजा था.

 

जब भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर औऱ चीनी सेना के चॉपर बेहद नजदीक आ गए थे।भारत इन जे-11 और जे-17 विमानों की गतिविधियों पर निगाह बनाए हुए है, जो एलएसी के 30-35 किलोमीटर के करीब तक उड़ानें भरते रहे हैं।

सूत्रों ने बताया कि पिछले साल भारत ने लद्दाख के पश्चिमी छोर पर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के स्कार्दू से उड़ान भरने वाले पाकिस्तान के छह जेएफ-17 लड़ाकू विमानों की सघन निगरानी की थी.

जो शाहीन-8 नाम के युद्धाभ्यास के तहत होतान एयरबेस पर पहुंचे थे।होतान एयरबेस लंबे समय से भारतीय एजेंसियों की निगाह में है, क्योंकि चीनी वायुसेना यहां पाकिस्तान के साथ हवाई अभ्यास कर चुकी है।

भारत इन चीनी लड़ाकू विमानों की गतिविधियों पर करीबी नजर रख रहा है। सूत्रों ने कहा कि चीन ने एयरबेस पर 10-12 लड़ाकू विमानों को तैनात कर रखा है और ये भारतीय क्षेत्र के आसपास उड़ानें भी भर रहे हैं।

वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव के बीच चीनी लड़ाकू विमानों ने 100 से 150 किलोमीटर दूर होतान और गरगुंसा एयरबेस से पूर्वी लद्दाख के निकट सीमावर्ती क्षेत्रों में उड़ानें भरी हैं।