आखिरकार चीन ने दिया ये बड़ा बयान, कहा अगर…

इससे पहले सेना ने कहा था कि हिंसक टकराव के दौरान 1 अधिकारी व 2 जवान शहीद हुए जबकि चीन को भी नुकसान हुआ है। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इससे पहले 1975 में अरुणाचल प्रदेश में तुलुंग ला में हुए संघर्ष में चार भारतीय जवान शहीद हो गए थे।

 

चीन के तरफ से हम और अधिक झड़प नहीं देखना चाहते हैं। इस घटना के बाद चीन और भारत दोनों ने कहा है ​कि हम संवाद के जरिए विवाद को सुलझाने और बॉर्डर के इलाके में शांति की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। दुनिया के दो सबसे बड़े विका​सशील देशों और उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं के साझे हित विवाद से कहीं बड़े हैं।

दरअसल, लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक टकराव के दौरान अब तक 20 भारतीय जवान शहीद हो गए हैं। वहीं भारत ने भी दावा किया है कि 43 चीनी सैनिक भी हताहत हुए हैं।

इससे पहले खबरें आ रही थीं कि भारतीय सेना के 34 जवान लापता हैं। लेकिन, इस की पुष्टि नहीं की गई थी, लेकिन रात होते-होते सरकारी सूत्रों ने कम से कम 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने की बात कही है।

कोरोना संकट के बीच भारत-चीन सीमा पर उत्पन्न हुए तनाव कम होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। बीते दिनों दोनों देशों के बीच हुए खूनी संघर्ष में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए। इसी बीच तनाव को लेकर चीन की ओर से एक बड़ा बयान सामने आया है। चीन ने कहा कि हम और अधिक मामले को बढ़ाना नहीं चाहते हैं।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि हम कूटनीतिक और मिलिट्री चैनल के जरिए संवाद कर रहे हैं। इस मामले में सही और गलत बिल्कुल साफ है, ये घटना वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीन की तरफ हुई और इसके लिए चीन को दोष नहीं देना चाहिए।