आखिरकार चीन ने कबूला ये सच , दुनिया को किया गुमराह , उल्टा अमेरिका पर ही…

सारी दुनिया को गुमराह किया है, यहां तक कि इसके सबूतों को भी मिटा डाला है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया समेत दुनिया के कई देशों के आरोपों को सिरे से खारिज करने वाले चीन ने अब ये मान लिया है कि उसने कोरोना वायरस के शुरुआती सैंपल को नष्ट किया है।

दुनिया भर में कोरोना वायरस फैलाने के आरोपों से घिरे दगाबाज चीन ने आखिरकार ये कबूल कर लिया है। उसने महामारी को लेकर दुनिया से झूठ बोला है, सच पर पर्दा डाला है।

अमेरिका काफी पहले से ही चीन पर ये इल्जाम लगाता रहा है कि चीन कोरोना वायरस को लेकर दुनिया को गुमराह कर रहा है। लगातार झूठ पर झूठ बोले जा रहा है।

पिछले महीने अमेरिका के विदेश मंत्री ने भी ये दावा किया था कि चीन ने वायरस के सैंपल नष्ट किए हैं, लेकिन चीन ने हमेशा की तरह इसे झूठ का पुलिंदा कहकर खारिज कर दिया। उल्टा अमेरिका पर ही महामारी की आड़ में राजनीति करने का आरोप मढ़ दिया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब खुद चीन ने इस आरोप को कबूल कर लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक शुक्रवार को चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन के सुपरवाइजर लीऊ डेंगफेंग ने माना कि 3 जनवरी को चीन की सरकार ने आदेश जारी किया था कि अनाधिकृत लैब से कोरोना वायरस के सैंपलों को नष्ट किया जाए।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप भी चीन पर लगातार आरोप लगाते रहे हैं। यहां तक कहते रहे हैं कि चीन ने लैब में इस वायरस को तैयार किया है और दुनिया में कोरोना से हो रही मौतों का कसूरवार चीन ही है। कोरोना को लेकर अमेरिकी आरोपों से चीन पहले से ही झल्लाया हुआ है और अब खुद उसी के अधिकारी ने ऐसा बयान दे दिया है, जिससे वो बुरी तरह घिर सकता है।

दुनिया को कोरोना वायरस का दर्द देने वाले चीन ने पहली बार ये कबूल किया है कि उसने वायरस के शुरुआती सैंपल को लैब में ही नष्ट कर दिया था। अमेरिका लगातार ये आरोप लगा रहा था कि चीन महामारी को लेकर दुनिया से सच छुपा रहा है, जिससे वायरस के कहर को रोकने में मुश्किल पेश आ रही है। लेकिन अब चीन के ही एक स्वास्थ्य अधिकारी के कबूलनामे से अमेरिका के आरोप सच साबित होते दिख रहे हैं।