उत्तराखंड में अफ्रीकी स्वाइन फीवर ने मचाया तहलका, पशुपालकों ने 75 पशुओं की मौत की दी जानकारी

कोरोना वायरस महामारी के बीच भारत में एक नई बीमारी के मामले सामने आए हैं. देश के उत्तर-पूर्वी हिस्से के सबसे बड़े राज्य असम में अफ्रीकी स्वाइन फीवर का असर हजारों सुअरों पर पड़ रहा है. उत्तराखंड में  आमपड़ाव के पनियाली गदेरे में मृत मिले सुअरों को नगर निगम प्रशासन ने जेसीबी से गड्ढे खोदकर दबा दिया है।

पशुपालन विभाग और नगर निगम ने स्वाइन फीवर से पीड़ित सुअरों को गड्ढे में दबाने की अपील सूअर पालकों से की। कहा कि खुले में फेंकने से यह बीमारी दूसरे पशुओं में भी फैल सकती है।

फरवरी महीने से अब तक राज्य में इस बीमारी की वजह से 2900 सुअरों की मौत हो चुकी है. हालांकि इस बीमारी का कोई असर इंसानों पर नहीं पड़ता लेकिन बड़ी संख्या में सुअरों की मौत इससे हो सकती है.  अफ्रीकी स्वाइन फीवर के मामले भारत में पहली बार रिपोर्ट किए गए हैं.नगर आयुक्त केएस नेगी ने बताया कि मुनादी कर सूअर पालकों से अपने सुअरों को बाड़े में रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं। पशुपालन विभाग को पत्र भेजकर प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने का आग्रह किया गया है।

भारत में सबसे ज्यादा सुअरों की संख्या असम में ही है. इंडियन एक्सप्रेस पर प्रकाशित एक स्टोरी के मुताबिक असम के कृषि एवं पशुपालन मंत्री अतुल बोरा ने कहा है-तिब्बत की सीमा अरुणचाल से लगती है. आमपड़ाव के पनियाली गदेरे में मृत सूअर पड़े होने की जानकारी मिली थी।