राहुल गांधी का बगैर नाम लिए स्मृति ईरानी ने खा डाली ये बात, बोली – हिम्मत है तो…

केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने नवसारी जिले के वांसदा शहर में स्थानीय निकायों के आगामी चुनाव के लिए जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘राहुल गांधी ने हाल ही में असम में एक रैली में कहा था कि वह गुजरात के छोटे चाय कारोबारियों की जेब से रकम निकलवाएंगे. इससे पहले उन्हें (कांग्रेस) चाय विक्रेता (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) से परेशानी थी अब उन्हें चाय पीने वालों से दिक्कत है.’

उन्होंने कहा, ‘मैं राहुल गांधी को चुनौती देती हूं कि अगर उनमें साहस है तो वह गुजरात से चुनाव लड़ें. उनकी सारी गलतफहमी दूर हो जाएगी.’ गौरतलब है कि गुजरात में छह नगर निगमों के लिए चुनाव 21 फरवरी को होगा. इसके अलावा 81 नगरपालिकाओं, 31 जिला पंचायतों 231 तालुका पंचायतों के लिए 28 फरवरी को चुनाव होगा.

केंद्रीय मंत्री भाजपा सांसद स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को गुजरात में छोटे चाय कारोबारियों की जेब से ‘धन निकालने’ राज्य से चुनाव लड़ने का साहस दिखाने की चुनौती दी.

उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात यहां के लोगों के प्रति कांग्रेस का ‘नफरत भरा पक्षपाती” रवैया नया नहीं है, क्योंकि राहुल गांधी उनकी पार्टी ने गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल की याद में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के निर्माण के प्रस्ताव का भी विरोध किया था.

वास्तव में ईरानी ने पूर्व कांग्रेस प्रमुख द्वारा असम में एक चुनावी रैली में कथित तौर पर की गई टिप्पणी का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्य में उनकी पार्टी सत्ता में आने पर गुजरात के चाय मालिकों से चाय बागानों के श्रमिकों की दिहाड़ी बढ़ाने के लिए कहेगी.

किसान बिल पर लोकसभा में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का बगैर नाम लिए फजीहत करने वाली केंद्रीय मंत्री भाजपा सांसद स्मृति ईरानी (Smriti Irani) के तीखे तेवर अभी भी कम नहीं हुए हैं.

असम में राहुल गांधी की चाय बगानों में काम करने वाले श्रमिकों को लेकर की गई टिप्पणी स्मृति ईरानी को इस कदर अखरी कि उन्होंने वायनाड से कांग्रेस सांसद को गुजरात (Gujarat) से चुनाव लड़ने की चुनौती दे डाली.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस का गुजरात उसके लोगों के लिए नफरत भरा पक्षपाती रवैया है. इसके प्रमाण सरदार वल्लभभाई से लेकर छोटे-बड़े गुजराती कारोबारी हैं. ऐसे में अपमानजनक टिप्पणी करने के बजाय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को साहस दिखाना चाहिए एक बार गुजरात से चुनाव लड़ लेना चाहिए.