पंत के बारे में धीरज तो रखो
रोहित ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘मैं पंत को भी यही बता रहा था। वह सिर्फ 21 वर्ष (22 साल) का है व लोग उसे प्रत्येक मैच में शतक बनाने व ऐसा-वैसा करने के लिए कह रहे हैं। मेरे कहने का मतलब है थोड़ा तो धीरज रखो। मैंने ऋषभ से बोला कि एक दायरा बनाओ व सुनिश्चित करो कि कोई इसके अंदर नहीं आ पाए। लोग आपके बारे में बात करना चाहते हैं, उन्हें बाहर ऐसा करने दें व अपने दायरे के अंदर आप वह करें जो करना चाहते हैं। क्या पता इससे ऋषभ की मदद हो। कम से कम इसने मेरे लिए कार्य किया। ’
बांग्लादेश सीरीज के दौरान भी लिया था पंत का पक्ष
रोहित पहले भी पंत का बचाव कर चुके हैं। बांग्लादेश के विरूद्ध टी20 सीरीज के दौरान कई गलतियां करने के बाद भी पंत को रोहित का समर्थन मिला था। उन्होंने बोला था, ‘हर दिन, हर मिनट ऋषभ पंत के बारे में बहुत ज्यादा चर्चाएं चल रही हैं। मुझे यही लगता है कि उसे वही करने देना चाहिए जो वह मैदान पर करना चाहता है।
मैं हर किसी से अनुरोध करूंगा कि कुछ समय के लिए ऋषभ पंत से निगाहें हटा लीजिए। वह निर्भीक क्रिकेटर है व हम (टीम प्रबंधन) उसे वही आजादी देना चाहते हैं। अगर आप कुछ समय के लिए अपनी निगाहें उससे दूर रखेंगे तो इससे वह बेहतर प्रदर्शन कर पाएगा। ’