गुजरात चुनाव पर आम आदमी पार्टी की नजरें, कांग्रेस को दर्द देने लगे अरविंद केजरीवाल, जाने कैसे…

पंजाब विधानसभा चुनाव में धमाकेदार जीत के बाद अब आम आदमी पार्टी की नजरें गुजरात चुनाव पर हैं। AAP ने गुजरात में भाजपा और कांग्रेस को चुनौती दे दी है। आम आदमी पार्टी ने कहा है कि  दो पार्टियों के बीच घूमती रही गुजरात की सत्ता अब विकल्प तलाश रही है। AAP ने भाजपा से टक्कर लेने के लिए कांग्रेस को बड़ा नुकसान पहुंचाने का प्लान बना लिया है। अपने दो दिन के दौरे पर उन्होंने कई ‘नाराज’ कांग्रेस विधायकों से मुलाकात भी की।

आम आदमी पार्टी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए अपना प्लान तैयार कर लिया है। पार्टी के प्रमुख नेता गुजरात में अब डोर टु डोर मीटिंग करेंगे। 27 मार्च को केजरीवाल ने भारतीय ट्राइबल पार्टी के नेता देदियापाड़ा से विधायक महेश वासवा से मुलाकात की। बता दें कि आम आदमी पार्टी इस पार्टी के साथ गठबंधन की योजना बना रही है। अभी BTP के दो विधायक हैं।

आम आदमी पार्टी पर हमला बोलते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोषी ने उन्हें भाजपा की बी टीम बताया है। उन्होंने कहा कि राज्य में कोई भी पार्टी चुनाव प्रचार कर सकती है लेकिन आम आदमी पार्टी को भाजपा लेकर आई है। भाजपा को अब समझ में आ गया है कि उनका ध्रुवीकरण का तरीका सफल नहीं होने वाला है।

बता दें कि गुजरात में आम आदमी पार्टी की यूनिट 2013 में गठित की गई थी। हालांकि इसे अपना पहला अध्यक्ष 2017 में मिला। आप ने 79 साल के मैथमैटिक्स के प्रोफेसर किशोर देसाई को गुजरात यूनिट का अध्यक्ष बनाया था।  उस साल पार्टी ने 182 विधानसभा सीटों में से 29 पर चुनाव लड़ा था। कई क्षेत्रों में आप के उम्मीदवरों को नोटा से भी कम वोट मिले थे।

इसके बाद पार्टी ने 2020 में संगठन का पुनर्गठन किया। केजरीवाल ने 32 साल के गोपाल इटालिया को राज्य का चीफ बनाया है। वह एक पुलिस कॉन्स्टेबल थे और गृह मंत्री पर जूता चलाने के बाद चर्चा में आए थे।