समंदर में दोनों देशों के शिप इतने करीब आ गए थे कि वो एक दूसरे से टकरा भी सकते थे. कहा गया था कि नेवी एक ड्रिल कर रही थी.
रिवोल्यूशनरी गार्ड ने इस घटना के लिए नेवी को जिम्मेदार ठहराया था. हसन रूहानी ने ये बातें शनिवार को कतर के शेख तमीम बिन हमाद अल थानी से फोन पर बातचीत के दौरान कही.
फोन पर बात करते हुए रूहानी ने कहा, ‘ खाड़ी क्षेत्र में अमेरिकी क्या कुछ कर रहा है इस पर उनकी नज़र है. लेकिन वो फिलहाल अमेरिका के साथ किसी तरह का कोई संघर्ष नहीं चाहता है. ‘
पिछले हफ्ते डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने अमेरिकी नेवी को ये आदेश दिया है कि अगर ईरान के शिप उनके नजदीक आते हैं तो उन्हें तुरंत शूट कर दें.
ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा था. ‘मैंने अमेरिका की नेवी को ये आदेश दिया है कि अगर ईरान के नेवी शिप समंदर में उन्हें परेशान करते हैं, तो वो उन पर हमला कर दें और सभी ईरानी शिप को तबाह कर दें.’
ट्रंप के इस बयान के बाद ईरान ने कहा था कि वो अमेरिका के लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. जबकि इस वक्त उन्हें देश में कोरोना से मर रहे लोगों को बचाना चाहिए.
बता दें कि अमेरिका में अब तक ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक 53 हज़ार से ज्यादा लोगो ंकी मौत हो चुकी है.ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद से ईरान और अमेरिका के बीच तनातनी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है.
दोनों खेमे से बयानबाज़ी का दौर लगातार जारी है. पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने ईरान के शिप को उड़ाने की धमकी दे दी थी.
ऐसे में अब ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा है कि अमेरिका की हरकतों पर उऩकी नजर है लेकिन वो खाड़ी क्षेत्र में फिलहाल कोई तनाव देखना नहीं चाहते.