अमेरिका और चीन के बीच बढ़ा तनाव , तैयार किया जा रहा मिसाइल सिस्टम

जंहा इस बात का पता चला है कि अखबार में कहा गया है, उन्होंने बताया है कि इन हथियारों को पहुंचाने का काम बहुत जटिल है, क्योंकि चीन को प्रशिक्षण के लिए सैन्य कर्मी और तकनीकी स्टाफ भेजना पड़ सकता है.

 

वहीं रूस को भी हथियारों को सेवा में लाने के लिए बड़ी संख्या में अपने तकनीकी कर्मियों को बीजिंग भेजना जरुरी है, जो कि मौजूदा दौर में बहुत कठिन कार्य है.

चीनी अखबार के हवाले से रूसी मीडिया एजेंसी ने जानकारी दी है कि इस बार रूस ने एलान किया है कि वह S-400 मिसाइल सिस्टम को चीन को सौंपने पर रोक लगा चुके है.

चीनी अखबार के हवाले से रूसी मीडिया एजेंसी ने जानकारी दी है कि इस बार रूस ने एलान किया है कि वह S-400 मिसाइल सिस्टम को चीन को सौंपने पर रोक लगा चुके है.

S-400 बड़ी प्रणाली वाला मिसाइल सिस्टम है, जिसमें सतह से हवा में मार करने की शक्ति है. रूस ने डिलीवरी पर रोक लगाते हुए बताया है कि आने वाले समय में S-400 की डिलीवरी को लेकर तिथि निर्धारित कर दी जाएगी.

भारत के साथ तनाव के उपरांत से चीन को चारों ओर से धक्का लगा हैं. पहले अमेरिका ने ह्यूस्टन स्थित चीनी वाणिज्य दूतावास पर रोक लगा दी, वहीं अब रूस ने घोषणा की है कि चीन को दी जाने वाली S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की आपूर्ति पर तुरंत रद्द कर दिया है.