पाकिस्तान को लगा ये बड़ा झटका, चीन ने अचानक माँगा…

फ्रांसीसी कूटनीतिक सूत्रों ने बताया कि फ्रांस ने इस ताकतवर संस्था में एक बार फिर कश्मीर मामला उठाने का विरोध किया, जैसा कि उसने पहले के एक मौके पर किया था.

 

दरअसल अफ्रीकी राष्ट्रों से जुड़े मामले पर चर्चा के लिए सुरक्षा परिषद की बंद कमरे में मीटिंग बुलाई गई. चाइना ने ‘कोई अन्य कामकाज बिंदु’ के तहत कश्मीर मामले पर चर्चा का अनुरोध किया.

सूत्रों ने बताया कि फ्रांस का रुख नहीं बदला है व यह बहुत स्पष्ट है कि–कश्मीर मामले का हल अवश्य ही द्विपक्षीय ढंग से किया जाए. यह बात कई मौकों पर कही गई है व संरा सुरक्षा परिषद् में साझेदारों से इसे दोहराता रहेगा.

गौरतलब है कि पिछले महीने फ्रांस, अमेरिका, ब्रिटेन व रूस ने यूएनएससी की बंद कमरे में हुई एक मीटिंग में कश्मीर मामला पर चर्चा कराने की चाइना की प्रयास नाकाम कर दी थी. जम्मू और कश्मीर का हिंदुस्तान द्वारा पुनर्गठन किया जाना चाइना को नागवार गुजरा है.

इसी बीच रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बुधवार को संयुक्त देश सुरक्षा परिषद् (यूएनएससी) में हिंदुस्तान व ब्राजील की स्थायी सदस्यता की दावेदारी का भी पुरजोर समर्थन किया.

उन्होंने जोर देते हुए बोला कि नयी दिल्ली वैश्विक असर रखने वाले नये केंद्रों में शामिल है. रूसी विदेश मंत्री ने अमेरिका की आलोचना भी की.

पाकिस्तान ने बुधवार (15 जनवरी, 2019) को एक बार फिर चाइना की मदद से संयुक्त देश सुरक्षा परिषद (UNSC) में कश्मीर मामला उठाने की प्रयास की, मगर उसकी यह प्रयास इस बार भी नाकाम रही.

क्योंकि चाइना के अतिरिक्त परिषद के सभी सदस्यों ने पाक की मांग का विरोध किया. हिंदुस्तान ने भी पाक के इस कदम को खारिज कर दिया.

नयी दिल्ली ने इसके साथ ही बोला कि इस्लामाबाद को दोनों राष्ट्रों के बीच संबंध सुधारने के लिए आतंकियों को शरण देने जैसे मुद्दों पर पहले ध्यान केंद्रित करना होगा.