वेबसाइट बनाकर मेक इन इंडिया के तहत दो करोड़ युवाओं को फ्री लैपटॉप देने की फर्जी योजना चलाने वाले आइआइटी से पोस्ट ग्रेजुएट इंजीनियर राकेश जांगिड़ व उसके भाई निरंजन को दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने हिरासत में लिया है. आरोपितों ने वेबसाइट में मेक इन इंडिया के लोगो व पीएम के फोटो का दुरुपयोग किया था.
प्रधानमंत्री ऑफिस की शिकायत पर साइबर सेल ने राजस्थान के नागौर के पुडलोटा से दोनों को हिरासत में लिया है. राकेश वेबसाइट को लोकप्रिय करके एडवरटाईजमेंट के जरिये पैसे कमाना चाहता था. उसकी योजना वेबसाइट पर पंजीकरण करने वाले लोगों का डाटा साइबर अपराधियों को बेचने की भी थी.
23 वर्षीय राकेश नागौर 2019 बैच का आइआइटी पोस्ट ग्रेजुएट है व नागौर का रहने वाला है. डीसीपी अन्वेश रॉय ने बताया कि वह हैदराबाद में एक नामी कंपनी में जॉब कर चुका है.उसने Modi_loptop.wishguruji.com नाम से वेबसाइट बनाई व केन्द्र में बीजेपी की दूसरी बार सरकार बनने पर दो करोड़ लोगों को फ्री लैपटॉप दिए जाने के लिए पंजीकरण कराने की सूचना दी. वेबसाइट पर दो दिन में ही 15.2 लाख लोग विजिट कर चुके थे व 68000 क्लिक मिली थी. उसने अपनी वेबसाइट के प्रचार के लिए इंस्टाग्राम, यू ट्यूब व वाट्सएप का प्रयोग भी किया.
झूठी योजना का किया गया प्रचार
अधिक से अधिक लोगों को झांसे में लेने लिए झूठी योजना का प्रचार किया गया. इसमें बताया गया कि नरेंद्र मोदी के दोबारा पीएम बनने पर मेक इन इंडिया के तहत दो करोड़ युवाओं को मुफ्त लैपटॉप देने का एलान किया गया है. अभी तक 30 लाख युवा सफलतापूर्वक आवेदन कर चुके हैं. अब आपकी बारी है. अंतिम तिथि से पहले अपना आवेदन जल्द से जल्द सबमिट करें.