रिपोर्ट के अनुसार, हिंदुस्तान की जीडीपी वृद्धि दर अगले वित्त साल में 7.6 प्रतिशत व चालू वित्त साल में 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है. हालांकि, वित्त साल 2020-21 में इसमें छोटी गिरावट आने की संभावना व यह 7.4 प्रतिशत की गति से आगे बढ़ेगी.
यूएन ने बोला कि इस दौरान चाइना की विकास दर 2019 में 6.3 प्रतिशत व 2020 में 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है. रिपोर्ट में बोला गया है कि इंडियन अर्थव्यवस्था में यह तेजी व्यक्तिगत निवेश में भारी उछाल के चलते दिखाई देगी. इसके अतिरिक्त व्यापार युद्ध के प्रभाव से वैश्विक व्यापार वृद्धि पर प्रभाव होगा व यह 2017 के 5.3 प्रतिशत से गिरकर 2018 में 3.8 प्रतिशत रह जाएगी.
वैश्विक अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए रिपोर्ट में बोला गया है कि 2019 व 2020 में इसकी वृद्धि दर तीन फीसदी के करीब रहेगी.
संयुक्त देश महासचिव एंतोनियो गुटेरस ने आगाह करते हुए बोला कि वैश्विक आर्थिक संकेतक बहुत ज्यादा हद तक अनुकूल हैं, लेकिन वे पूरी कहानी नहीं बताते हैं. उन्होंने बोला कि वैश्विक आर्थिक स्थिति एवं संभावनाएं 2019 में वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर के टिकाऊ होने पर चिंता जताई गई है.