बीच टेस्ट सीरीज के पहले मैच में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रच दिया है। भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 323 का लक्ष्य दिया था जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम हासिल नहीं कर सकी व पूरी टीम 291रन बनाकर आउट हो गई व हिंदुस्तान ने यह मैच 31 रन से जीत लिया। पहली बार है जब भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में कभी किसी टेस्ट सीरीज का पहला टेस्ट जीता है। इस जीत के कई कारण रहे जिनमें से 5 खास रहे।
1 चेतेश्वर पुजारा की बेहतरीन बल्लेबाजी
इस मैच की जीत के सबसे बड़े हीरो रहे भारतीय टीम की मॉडर्न वॉल कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा। पुजारा ने पहली पारी में दीवार बनकर न केवल अपना विकेट बचाए रखा बल्कि अंत में तेजी से रन बनाते हुए टीम का स्कोर 250 रन कर दिया जिसमें से 123 रन अकेले पुजारा के ही थे। इतना ही नहीं पुजारा ने दूसरी पारी में भी भारतीय टीम के लिए 71 रन बनाए।
2 भारतीय टीम की शानदार गेंदबाजी
इस मैच में भारतीय टीम के गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की ओर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को न तो खुलकर खेलने का मौका दिया न ही लंबी पारी खेलने का। पहली पारी में भारतीय टीम के गेंदबाजों ने दबाव बनाए रखते हुए मेजबान टीम को पहली पारी में 235 रन पर समेटकर 15 रनों की अहम मनोवैज्ञानिक बढ़त ले ली। इसके बाद दूसरी पारी में भी भारतीय टीम के गेंदबाजों ने एक बार फिर ऑस्ट्रेलियाई टॉप आर्डर को लंबी पारी खेलने का मौका नहीं दिया व नियमित अंतराल पर विकेट लेते रहे।
3 दूसरी पारी में इंडियन टॉप आर्डर की बढ़िया बल्लेबाजी
इस मैच में जब भारतीय टीम दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी तो उसके पास पहली पारी के आधार पर केवल 15 रन की बढ़त थी। इसका मतलब था कि
भारतीय टीम को इस बार बढ़िया बल्लेबाजी करनी थी व उसमें सबसे महत्वपूर्ण था कि भारतीय टीम को बढ़िया आरंभ मिले। इंडियन सलामी जोड़ी ने बिलकुल ऐसा ही किया व पहले विकेट के लिए 65 रनों की गठबंधन कर ली। मुरली विजय ने 18 रन बनाकर अपना विकेट जरूर गंवाया, लेकिन वे 18 ओवर तक टिके भी रहे। उनके बाद केएल राहुल ने आउट होने से पहले कीमती 44 रनों की पारी खेली।
4 इंडियन बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के दबाव को किया नाकाम
इस मैच में, खासकर भारतीय टीम दूसरी पारी के बैटिंग में भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को दबाव बनाने नहीं दिया। ऑस्ट्रेलिया ने दोनों पारियों में बेकारगेंदबाजी नहीं की, लेकिन वे भारतीय टीम के बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में सफल नहीं रहे।
5 अश्विन-बुमराह की गेंदबाजी
वैसे तो मैच में सभी इंडियन गेंदबाजों ने बढ़िया गेंदबाजी की। इनमें अश्विन व बुमराह की किरदार खास रही। अश्विन ने पहली पारी में 34 ओवर फेंके। इनमें उन्होंने 57 रन देकर 3 विकेट लिए। वहीं बुमराह ने पहली पारी में 24 ओवर में 47 रन देकर 3 विकेट लिए। अश्विन व बुमराह ने दूसरी पारी में भी तीन तीन विकेट लिए।