दरअसल मामला टेनिसी के कोलिविर्ली शहर में रहने वाली स्टेसी वॉर्टमैन का है, जो दिसंबर 2014 में रोज की तरह सुबह उठने के बाद ब्रश कर रही थीं। लेकिन ब्रश करते ही उन्हें मुंह में जलन और सनसनी होने के साथ सिर में भयानक दर्द होने लगा। हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें बचा लिया। उन्होंने कहा कि थोड़ी और देर हो जाती तो मामला बिगड़ सकता था।
स्टेसी के पेरेंट्स को लगा कि हो ना हो पेस्ट में कुछ गड़बड़ रही होगी और इसी वजह से दोनों की तबीयत बिगड़ी। इसलिए उन्होंने उस टूथपेस्ट को अलग रख दिया। हालांकि तब उन्हें इसकी असली वजह के बारे में कुछ अंदाजा नहीं था। इस घटना के कुछ दिनों बाद जनवरी 2015 में एक दिन पुलिस स्टेसी के घर पहुंची और आशंका जताते हुए कहा कि फ्रेड उसकी हत्या करना चाहता है।
पुलिस ने कहा कि फ्रेड के घर से कई तरह के जहर के साथ उसकी एक फोटो मिली है। इसके बाद स्टेसी को टूथपेस्ट की घटना याद आई और वो पुलिस को इस बारे में बताने लगती है। पुलिस उस पेस्ट को जांच के लिए भेज देती है, जांच के बाद उसमें जहर होने की पुष्टि हो जाती है।
टूथपेस्ट में जहरीले पौधे से बना एंकोनिटम नाम का जहर मिलता है। इसके साथ ही स्टेसी और उसकी फैमिली को समझ आता है कि उस जहरीले पेस्ट की वजह से ही ये सबकुछ हुआ था। हालांकि पेस्ट में जहर मिलाने का काम फ्रेड ने किसकी मदद से किया, इसका पता उन्हें नहीं चला।
स्टेसी और फ्रेड ऑस्टन वॉर्टमैन (39) की मुलाकात यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान हुई थी। ऑस्टन आगे चलकर वकील बन गए, वहीं स्टेसी बच्चों को पढ़ाने लगीं। साल 2000 में शादी के बाद ये दोनों कोलिविर्ली में शिफ्ट हो गए। इस कपल के तीन बच्चे हुए, जिनमें दो बेटी और एक बेटा हैं। शादी के 14 साल बाद अप्रैल 2014 में स्टेसी ने फ्रेड को झूठा और धोखेबाज बताते हुए तलाक की अर्जी लगा दी।
स्टेसी का कहना था कि शादी के बाद से ही फ्रेड उसे धोखा दे रहा है। अलग होने के बाद तीनों बच्चे फ्रेड के साथ रहने लगे, वहीं स्टेसी बीच-बीच में जाकर उनसे मिलने लगी। स्टेसी को लग रहा था कि तलाक के बाद फ्रेड भी खुश होगा। लेकिन उसके दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। अपनी बदनामी होने से नाराज फ्रेड उसकी हत्या की प्लानिंग करने लगा।
टूथपेस्ट में जहर मिलने की पुष्टि के बाद भी फ्रेड को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को और सबूतों की जरूरत थी। इसके बाद पुलिस ने अपने एक आदमी को सुपारी किलर बनाकर फ्रेड के पास भेजा। पुलिस का आदमी जब फ्रेड से सुपारी किलर बनकर मिला तो उसने उससे स्टेसी की जान लेने के लिए कहा और पैसे भी दे दिए।
फ्रेड ने उसे ये भी बताया कि वो घर पर कब मिलेगी और इसके लिए उसे हथियार कहां मिल जाएंगे। इस स्टिंग में फंसने के बाद पुलिस ने फ्रेड को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि फिर उसे जमानत मिल गई। इसके बाद स्टेसी को लग रहा था कि अब वो सेफ हो गई है। लेकिन ऐसा नहीं था। जुलाई 2015 में फ्रेड ने तीसरी बार स्टेसी को मारने की कोशिश की।
इसके लिए उसने जेल में बंद एक कैदी से संपर्क करते हुए उसे 7 लाख रुपए देने की बात कही, लेकिन ये बात भी पुलिस को पता चल गई। कोर्ट में चले केस के बाद फ्रेड को टूथपेस्ट में जहर मिलाने, पत्नी की हत्या के लिए सुपारी देने और हत्या के लिए एक कैदी को पैसे देने की पेशकश करने के मामले में दोषी ठहरा दिया गया। इस मामले में फ्रेड को 30 साल की जेल की सजा हुई, जिसमें 10 साल बाद उसे परोल मिल सकता है।