एक मछली की वजह से फिलीपींस के 5 नाविकों की जान मुश्किल में फंस गई। ये नाविक दक्षिण चीन सागर में मछली पकड़ने गए थे जहां दुर्लभ मार्लिन नाम की मछली ने नाव ही पंक्चर कर दी। पांचों नाविक दो दिन तक समुद्र में फंसे रहे और उनका खाना-पीना भी खत्म हो गया। नाविकों ने उनके पास बची लकड़ियों को जोड़कर एक राफ्ट तैयार की और इसके सहारे तैरकर किनारे आए। नाव पर मौजूद जिमी बाटिलर ने अपना अनुभव फेसबुक पर साझा किया है।
जिमी ने बताया कि वह अपने चार साथियों के साथ हफ्ते भर पहले चीन सागर में मछलियां पकड़ने निकला था। अभियान के कुछ दिन बीते ही थे कि एक सुबह नाव के करीब दुर्लभ मार्लिन प्रजाती की मछली आ गई। नुकीली चोंच वाली मार्लिन को पकड़ने की कोशिश की लेकिन वे असफल रहे। गुस्से में मछली जाल से बचकर नाव के नीचे आ गई और चोंच मार-मारकर नाव पंक्चर कर दी।
जिमी ने कहा हमारी नाव कोई हल्की-फुल्की नहीं थी। ये 12 फुट लंबी और समुद्र की लेवल-5 तक की लहरों को झेल पाने में सक्षम नाव थी। लेकिन 6 फुट लंबी और 800 किलो भारी मार्लिन मछली ने इसे भी पंक्चर कर दिया। नाव में 2 बड़े पंक्चर हो चुके थे। हम कई घंटों तक तो पंचर नाव में चलते रहे, लेकिन नाव में पानी आने लगा और लहरें तेज होने से आगे बढ़ना मुश्किल हो गया। हम एक दिन तो पानी में ठहरे भी। लेकिन यात्रा खत्म होने वाली थी और हमारे पास खाना-पानी भी खत्म होने लगा।
जिमी ने कहा फिर हमने अपनी नाव पर मौजूद लकड़ियों और कुछ रस्सियों को जोड़कर एक मजबूत राफ्ट तैयार की। जरूरत का सामान राफ्ट पर रखा और सफलतापूर्वक किनारे आ गए। इस दौरान एक कॉमर्शियल शिप दिख गया, जिसकी मदद से हमने मदद मंगवाई। फिर एक रेस्क्यू बोट आई। उसकी मदद से हम उत्तर पश्चिम मनीला के तट पहुंच गए। वहां हम पांचों नाविकों के परिवार इंतजार कर रहे थे। पूरे सफर के दौरान ये पहला मौका था, जब हमारी आंखों में आंसू आ गए।