राम मंदिर मुद्दे पर रणनीति बनाने के लिए आज (5 अक्टूबर) की अहम मीटिंग दिल्ली में होगी। यह मीटिंग एआईएमपीएलबी की लीगल कमेटी की होगी। इसमें बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी, सुन्नी व्यक्तिगत लॉ बोर्ड व एआईएमपीएलबी के करीब 20 बड़े एडवोकेट भी शामिल होंगे। इसमें सुप्रीम न्यायालय में अयोध्या टकराव को लेकर चल रही सुनवाई पर भी अहम रणनीति बनाई जा सकती है।
इसके अतिरिक्त राम मंदिर पर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की ओर से राम मंदिर को लेकर शुक्रवार (5 अक्टूबर) को दिल्ली में संतों की उच्चाधिकार समिति की मीटिंग बुलाई गई है, जिसमें दो दर्जन से अधिक प्रमुख संत भाग लेंगे। विश्व हिंदू परिषद के कार्याध्यक्ष अलोक कुमार ने बताया कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि राम मंदिर का निर्माण होगा। राम मंदिर बनेगा।
बता दें कि अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद टकराव से जुड़े एक मामले में सुप्रीम न्यायालय के तीन जजों की बेंच ने 27 सितंबर को सुनवाई की। इनमें से चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा और जस्टिस अशोक भूषण ने संयुक्त निर्णय सुनाते हुए बोला कि ‘पुराना निर्णय उस वक्त के तथ्यों के मुताबिक था। इस्माइल फारूकी का निर्णय मस्जिद की जमीन के मामले में था’।
जस्टिस भूषण ने बोला कि ‘फैसले में दो राय, एक मेरी व एक चीफ जस्टिस की, दूसरी जस्टिस नजीर की। मस्जिद में नमाज पढ़ना इस्लाम का अटूट हिस्सा नहीं। पूरे मामले को बड़ी बेंच में नहीं भेजा जाएगा’। उन्होंने बोला कि ‘इस्माइल फारूकी के निर्णय पर दोबारा विचार की आवश्यकता नहीं’। साथ ही सुप्रीम न्यायालय ने बोला कि ’29 अक्टूबर में राम मंदिर मामले पर सुनवाई प्रारम्भ होगी’।