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इसी पर संज्ञान लेते हुए कर्नाटक विश्वविद्यालय ने अपने सभी संबद्ध कालेजों को एक परिपत्र जारी किया है. लेटर में विश्वविद्यालय ने उत्तर पुस्तिकाओं में किसी भी प्रश्न का उत्तर देने से पहले ‘ओम‘ या किसी ईश्वर का नाम लिखने को इम्तिहान संबंधी कदाचार बताया है.
इसमें बोला गया कि अपना नाम, कृपया पन्ना पलटें, गैर महत्वपूर्ण संदेश, संख्याएं या वाक्य, चिह्न, संकेत, अक्षर या शब्द व उत्तर पुस्तिका के साथ छेड़छाड़ को भी परीक्षार्थी की पहचान उजागर करने की प्रयास मानी जाएगी व इसे कदाचार माना जाएगा. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि ऐसा दिशानिर्देश पहले से ही मौजूद हैं व इन्हें केवल अपडेट किया गया है.
उन्होंने बोला कि कुछ विद्यार्थी तो ऐसा बिना किसी उद्देश्य के करते हैं लेकिन कई विद्यार्थी जांच करने वालों से अधिक अंक हासिल करने के उद्देश्य से ऐसा करते हैं ताकि वे उन संकेतों के माध्यम से उनकी पहचान कर सकें.