आप तो जानते ही होंगे किसानों के आंदोलन को विपक्ष अपना पूरा साथ दे रहा है। इसी के साथ खुद पीएम मोदी भी यह साफ कर चुके हैं कि इस आंदोलन से MSP पर कोई खतरा नहीं आएगा।
बीते दिनों ही पीएम मोदी ने कहा था, ‘MSP था, MSP है और MSP रहेगा।’ यह जानने के बाद भी किसान नेता भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। जी दरअसल किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है, ‘तीन नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी दो अक्टूबर तक दिल्ली की सीमाओं पर बैठे रहेंगे।’ इसके अलावा राकेश टिकैत ने कहा, “हम दो अक्टूबर तक यहां बैठेंगे।”
इसके अलावा राकेश टिकैत ने अपने बयान में यह भी कहा है कि, ‘सरकार से लड़ाई में एक फसल की कुर्बानी देने के लिए किसान तैयार हैं। फसल के मौसम में आंदोलन चलाना बड़ी चुनौती है।’
जी दरअसल राकेश टिकैत ने हाल ही में यह ऐलान कर डाला है कि, ‘आंदोलन किसी भी कीमत पर जारी रहेगा। किसान अपनी मांगों के लिए फसल का नुकसान झेलने के लिए भी तैयार हैं। सरकार इस गलतफहमी में न रहे कि किसान वापस चले जाएंगे। यह आंदोलन कृषि कनूनों के खत्म होने तक जारी रहेगा।’
कृषि कानूनों को लेकर करीब ढाई महीने से किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अब इसी बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने एक बड़ा बयान दे डाला है। हाल ही में उन्होंने अपने बयान में कहा है कि, ‘सरकार सोच रही है कि फसल आ जाएगी तो किसान घर वापस लौट जाएंगे।
हमने कहा कि हम खड़ी फसलों को बर्बाद कर देंगे पर घर वापस नहीं जाएंगे। सरकार को संज्ञान लेना चाहिए। हमने रणनीति बनाई है कि जो किसान यहां रहेगा, फसल आएगी तो उसके खेत का काम गांव की कमेटी करेगी।’