एक सवाल के जवाब में तोमर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) के समिति गठित करने के फैसले का स्वागत करती है. कोर्ट के प्रति सरकार प्रतिबंद्ध है और आगे भी रहेगी.
इसको लेकर किसी को शंका नहीं होनी चाहिए. समिति जब बुलाएगी तो सरकार अपना पक्ष रखने के लिए जाएगी. समिति का गठन समाधान के लिए हुआ है.
किसान आंदोलन में खालिस्तान के घुस आने के सवाल पर तोमर ने कहा कि कृषि सुधार को लेकर दो तीन रज्यों के किसान आंदोलन कर रहे हैं. सरकार किसान नेता को उनका प्रतिनिधि मानती है.
इसलिए चर्चा कर रही है. एक अन्य सवाल के जवाब में कृ़षि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि 2019 के घोषणा पत्र में कांग्रेस ने कृषि सुधार की बात कही थी.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आंदोलनरत किसान संगठनों से रुख में नरमी लाने की अपील की. किसान संगठनों के नेताओं के साथ बैठक में तोमर ने कहा, हमने आपकी (किसान) कुछ मांगें मानी हैं.
क्या आपको भी कुछ नरमी नहीं दिखानी चाहिए?. कानून वापसी की एक ही मांग पर अड़े रहने की बजाय आपको भी हमारी कुछ बातें माननी चाहिए. बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार कई कदम आगे बढ़ी है.
किसानों को भी आगे बढ़ना चाहिए. तोमर ने फिर दोहराया कि ठंड और कोविड में किसान आंदोलन पर बैठे हैं, सरकार को इसकी चिंता है, इसलिए वार्ता चर्चा कर रही.