जब छुआरे का मलबा ठीक से भुन जाए तो उसे गैस से उतार लें और उसमें थोड़ा सा स्वाद डालने के लिए नारियल का बुरादा मिला लें। अगर आप नारियल का बुरादा नहीं मिलाना चाहते तो कोई बात नहीं अब उस मलबे को सुखा लें और बराबर के टुकड़ों में बांट लें।
आप छुआरे का हलवा बना कर भी खा सकते हैं। छुआरे के हलवे में अलग से चीनी मिलाने की जरूरत नहीं। आधा किलो छुआरों को पानी में भिगो दें। उसके बाद उसके बीज निकाल कर फेंक दे।
अब गूदे को ग्राइंड कर ले। उसके बाद हल्की आंच पर भगौने को गैस पर चढ़ा दे। उसमें दो चम्मच देसी घी डाले और और हल्की आंच पर छुआरे के मलबे को भून ले।
दुबले पतले लोगों को भले ही छुआरा कह कर चिढ़ाया जाता हो लेकिन यही छुआरा दुबले पतले लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। छुआरा एक ऐसा फल है, एक ऐसी गिजा है, एक ऐसा मेवा है .
जिसके नियामित सेवन से न सिर्फ वजन बढ़ाया जा सकता है बल्कि मोटा ताजा और हटटा कटटा बना जा सकता है। आप को करना यह है कि सिर्फ दो छुआरों को रात में पानी में भिगो दे और सुबह उठकर उन दो छुआरों का सेवन करें।