पिनाक सिस्टम की एक बैटरी में छह लॉन्च वेहिकल होते हैं, साथ ही लोडर सिस्टम, रडार और लिंक विद नेटवर्क सिस्टम और एक कमांड पोस्ट होती है.
पिनाका के सफल परीक्षण के साथ, भारत ने अब तक दो महीनों से भी कम समय में 11 मिसाइलों का परीक्षण कर लिया है. इन मिसाइलों का परीक्षण ऐसे समय में किया जा रहा है जब पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के बीच करीब पांच महीनों से भी ज्यादा समय से तनातनी जारी है.
सभी उड़ान को टेलीमेट्री, रडार और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम जैसे रेंज इंस्ट्रूमेंट्स द्वारा ट्रैक किया गया था, जिसने फ्लाइट परफॉर्मेंस की पुष्टि की. पिनाका रॉकेट का उन्नत संस्करण मौजूदा पिनाका एमके-I रॉकेटों की जगह लेगा जो फिलहाल प्रोडक्शन में है.
DRDO द्वारा विकसित पिनाका रॉकेट के नए संस्करण का आज ओडिशा के तट से दूर इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज चांदीपुर से सफल परीक्षण किया गया. इस दौरान कुल 6 रॉकेट लॉन्च किए गए थे और सभी परीक्षण, पूर्ण मिशन उद्देश्यों को पूरा करते थे.