साउथ कोरिया वैसे कदम उठा चुका था जो शायद अब हर देश को उठाने चाहिए।साउथ कोरिया में 9 अप्रैल तक कोरोना वायरस के 10,423 कन्फर्म मामले थे।
वहां पर 204 लोगों की मौत हुई है। मगर जो सबसे सुखद डेटा है, वो है यहां रिकवर हुए लोगों की संख्या। साउथ कोरिया ने 6,973 पेशेंट्स को ठीक कर लिया है। उन्होंने कोरोना टेस्ट फ्री कर दिए।
इसके बाद बड़े पैमाने पर किए, मगर लॉकडाउन नहीं किया। अब वहां पर कन्फर्म केसेज की संख्या में गिरावट देखी जा रही है तो भारत में एक नई बहस छिड़ रही है।
कई विपक्षी नेता समेत कुछ लोग ये कह रहे हैं कि भारत में तुरंत कोरोना की मुफ्त जांच होनी चाहिए। अगर यहां भी साउथ कोरिया मॉडल अपनाया गया होता तो लॉकडाउन की जरूरत नहीं पड़ती।
दुनियाभर में कोरोना वायरस ने कहर मचा रखा है, इसके बाद कोरोना वायरस से दुनिया का हर देश घबराया हुआ है।
अमेरिका, स्पेन, इटली, जर्मनी, फ्रांस जैसे देशों में एक लाख से ज्यादा कन्फर्म मामले हो चुके हैं। 16 मार्च को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के महासचिव ने कहा था कि टेस्ट के बिना कोरोना वायरस को रोका नहीं जा सकता।