ड्रोन हमले से ईरान की कुद्स फोर्स के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या करने पर जहां इस्लामिक देश अमेरिका के विरू़द्ध एकजुट हो गए हैं, वहीं उत्तरी एटलांटिक संधि संगठन यानी नाटो (नाटो) ने बताया कि वह मध्य पू़र्व में संयुक्त राज्य अमेरिका की नीतियों का समर्थन करता है और ईरान द्वारा विभिन्न आतंकवादी समूहों के समर्थन की निंदा करता है।
आपको बता दें कि नाटो 29 ताकतवर देशों का समूह है। आतंकवाद के खिलाफ अमेरिकी कार्रवाई के रूख को समर्थन दिया है। नाटो देशों के राजदूतों की मुख्यालय ब्रुसेल्स में हुई बैठक में क्षेत्र के मौजूदा हालातों पर चर्चा हुई। बैठक के बाद नाटो महासचिव जेन स्टोलटेनबर्ग ने ईरान से मध्य पूर्व क्षेत्र में तनाव कम करने की गुजारिश की। जेन स्टोलटेनबर्ग ने कहा हम विभिन्न आतंकी समूहों के ईरान के समर्थन की निंदा करते हैं।
बता दें कि नाटो 29 उत्तरी अमेरिकी एवं यूरोपीय देशों का एक अंतर-सरकारी सैन्य गठबंधन है। नाटो इराक मिशन का गठन 2018 में आतंकी संगठन आईएस के विरू़द्ध तीन साल के युद्ध के बाद किया गया था। इसमें सदस्य देशों के सैकड़ों प्रशिक्षक, सलाहकार एवं सहायक कर्मचारी काम करते हैं। उल्लेखनीय है कि बगदाद हवाईअड्डे के पास बीते शुक्रवार को अमेरिकी एयर स्ट्राइक में ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी (62) की मौत हो गई थी।