भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) ने वेस्टइंडीज के विरूद्ध शानदार प्रदर्शन करते हुए में पहला जगह हासिल कर लिया है। उसने विंडीज को दो मैचों की सीरीज में 2-0 से हराया। उसे हर जीत से 60 अंक मिले। इस तरह उसके टेस्ट चैंपियनशिप में कुल 120 अंक हो गए हैं। 9 राष्ट्रों की वर्ल्ड चैंपियनशिप में अब हिंदुस्तान के आसपास भी कोई नहीं है।
भारतीय टीम जब दूसरा टेस्ट मैच खेलने उतरी थी, तब उसके वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के प्वाइंट टेबल (ICC Test Championship Points Table) में 60 अंक थे। श्रीलंका वन्यूजीलैंड के भी इतने ही अंक थे। इस तरह तीनों टीमें संयुक्त रूप से पहले नंबर पर थीं।हिंदुस्तान को एकल बढ़त लेने के लिए विंडीज से या तो मैच जीतना था या ड्रॉ खेलना था।हिंदुस्तान ने मैच जीतकर सारे 60 अंक हथिया लिए। विंडीज को इस सीरीज में एक भी अंक नहीं मिला।
आईसीसीमें अब तक छह टीमें दो या इससे अधिक मैच खेल चुकी है। ऑस्ट्रेलिया व इंग्लैंड ने चैंपियनशिप में सबसे अधिक तीन-तीन मैच खेले हैं। भारत, विंडीज, न्यूजीलैंड वश्रीलंका ने दो-दो मैच खेले हैं। चैंपियनशिप की तीन अन्य टीमों को अपना पहला मैच खेलना बाकी है। ये टीमें पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका व बांग्लादेश हैं।
हर सीरीज में बराबर अंक
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पॉइंट के फार्मूले को इस तरह समझा जा सकता है। हर टेस्ट सीरीज के लिए कुल 120 अंक तय किए गए हैं। इन 120 अंकों को टेस्ट मैचों की संख्या के आधार पर बांटा गया है। भिन्न-भिन्न मैचों की सीरीज में जीत-हार के लिए भिन्न-भिन्नअंक तय हैं। जैसे दो मैचों की सीरीज में एक मैच जीतने पर 60 अंक मिलने हैं। तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में एक जीत से 40 व चार मैचों की सीरीज में एक जीत से 30 अंक मिलेंगे।पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में एक जीत से 24 अंक ही मिलते हैं।
टाई पर जीत के आधे अंक
जीत की तरह ड्रॉ व टाई मैचों के भी भिन्न-भिन्न अंक तय किए गए हैं। मैच टाई होने पर जीत के आधे व ड्रॉ होने पर एक तिहाई अंक मिलेंगे। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में उन्हीं सीरीज को शामिल किया गया है, जिसमें दो या इससे अधिक मैच होंगे। हिंदुस्तान अब अक्टूबर में दक्षिण अफ्रीका के विरूद्ध टेस्ट सीरीज खेलेगा।