झारखंड में 8 नक्सली गिरफ्तार, ऐसे फंसे पुलिस की गिरफ्त में…

टंडवा के उप प्रमुख व कोयला कारोबारी बबलू सागर मुंडा पर जानलेवा हमला व उनके भाई प्रेमसागर मुंडा की हत्या में शामिल टीएसपीसी के आठ उग्रवादियों को रांची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जितिया के दिन बोड़ेया (कांके) में उग्रवादियों ने बबलू सागर पर फायरिंग की थी, जिसमें वह बाल-बाल बच गये थे. वहीं उनका निजी बॉडीगार्ड घायल हो गया था.

इसी मामले में चार शूटर समेत कुल आठ उग्रवादी गिरफ्तार किया गये. इनमें तीन लातेहार व पांच रांची से गिरफ्तार किये गये. गिरफ्तार उग्रवादियों में इरफान अंसारी (बालूमाथ के मुरपा निवासी) राजू उर्फ एजाज अंसारी, अरशद अली, अब्दुल्ला आलम (चंदवा), अफरोज अंसारी, इकरामुल अंसारी, मैनुल अंसारी (अरसंडे), जासिम खान (चान्हो) शामिल हैं. इनके पास से एक एके-56, तीन पिस्टल,एक लाख 62 हजार पांच सौ रुपये, सूमाे गोल्ड वाहन, स्कॉर्पियो, एक अपाचे, एक सेंट्रो कार व एक बुलेट बाइक बरामद की गयी है.

यह जानकारी एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने प्रेस कांफ्रेंस में दी़ पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि टीएसपीसी सुप्रीमो भिखन गंझु ने उपप्रमुख की हत्या के लिए एके-56 व तीन पिस्टल उपलब्ध कराये थे. उप प्रमुख बबलू पर शूटर अब्दुल्ला एके-56 से फायरिंग करनेवाला था, लेकिन उसका मैगजीन सूमो के गेट से फंस कर गिर गया, अन्यथा उस दिन बबलू सागर मुंडा के पूरे परिवार की हत्या कर दी जाती. टीएसपीसी के नीरज भोक्ता ने बबलू सागर मुंडा पर हमला के लिए इरफान और अफरोज अंसारी को पांच-पांच लाख रुपये दिये थे.