8 दिन बाद चीन कर सकता है ये काम, भारी संख्या में…

10 सितंबर को रूस की राजधानी मॉस्को में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई थी। जिसमें भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री के बीच मुलाकात हुई थी। बातचीत के दौरान दोनों देशों में चल रहे तनाव पर चर्चा हुई थी। दोनों ही देशों के विदेश मंत्रियों ने तनाव खत्म करने पर सहमति जताई थी।

 

बताया जाता है कि ये युवक अपर सुबानसिरी जिले से 4 सितंबर को गलती से एलएसी के पार चले गए थे। जिन युवकों को सौंपा जाना है उनके नाम हैं तोच सिंगकम, प्रसात रिंगलिंग, डोंग्टू इबिया, तनु बाकर और नगारु डिरी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ये सभी पांचों भारतीय नागरिक अरुणाचल प्रदेश के रहने वाले हैं। वे सभी बीते दिनों गलती से बॉर्डर पार कर चीन की सीमा में दाखिल हो गये थे। जिसके बाद चीनी सेना ने उन्हें कैद कर लिया लिया था।

जानकारी के मुताबिक 9:30 बजे के लगभग चीनी सेना इन युवकों को भारतीय सैनिकों को हैण्ड ओवर करेगी। चीन के सैनिक इन युवकों को किबितू बॉर्डर के पास वाछा इलाके में लेकर आएंगे और भारतीय सेना को सौंप देंगे।

रिहा किये जाने वाले सभी पांच भारतीय नागरिक बीते दिनों रहस्यमयी ढंग से अरुणाचल प्रदेश से लापता हो गये थे। केंद्रीय मंत्री और अरुणाचल का प्रतिनिधित्व करने वाले किरण रिजिजू ने ट्वीट कर इस बारे में अवगत कराया है। चीन की सेना आज अरुणाचल के इन पांच नागरिकों को भारतीय सेना के हवाले करेगी।

भारत चीन सीमा विवाद के बीच आज की बड़ी खबर अरुणाचल प्रदेश से आ रही है। चीन अगवा किये गये पांच भारतीय नागरिकों को आज किसी भी वक्त भारत को सौंप सकता है। बताया जा रहा है कि ये सब भारत और चीन के विदेशमंत्री के बीच शांतिपूर्ण बातचीत के बाद मुमकिन हो पाया है।