लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव आज होगा.भाजपा के ओम बिड़ला का लोकसभा अध्यक्ष बनना लगभग तय है. आज इसकी औपचारिक घोषणा हो सकती है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी समेत विपक्षी दलों ने चुनाव का विरोध नहीं करने का इशारा दिया है. कोटा-बूंदी से सांसद बिड़ला ने मंगलवार को अपना नामांकन लेटर दाखिल किया था.

ओम बिड़ला के नाम का ऐलान कर पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर चौंकाया. बीजेपी की ओरसे मंगलवार को राजस्थान बीजेपी के उपाध्यक्ष व कोटा-बूंदी से दूसरी बार सांसद बने ओम बिड़ला को लोकसभा स्पीकर पद का प्रत्याशी घोषित किया.

3 कारण, जिनसे ओमइस मुकाम तक पहुंचे

संघ, मोदी व शाह के करीब :बिड़ला को संघ की भी पसंद माना जाता है. मोदी व शाह से भी सीधे संबंध हैं. गुजरात और बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव तथा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के भी नजदीकी माने जाते हैं. बिड़ला के शाह से संबंध उस वक्त मजबूत हुए जब यूपीए सरकार में शाह को गुजरात से बदर किया गया. इसके बाद शाह लंबे समय तक दिल्ली में रहे. 2014 की लोकसभा में ओम बिड़ला को कई समितियों में स्थान मिली थी. उन्हें प्राक्कलन समिति, याचिका समिति, ऊर्जा संबंधी स्थायी समिति, सलाहकार समिति का मेम्बर बनाया गया था.

सोशल इंजीनियरिंग : ओम बिड़ला को इस पद पर बिठाने के पीछे बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग भी रही है. दरअसल, महाजन तबका बीजेपी का परंपरागत वोट बैंक रहा है.नरेन्द्र मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में मध्यप्रदेश की सुमित्रा महाजन को लोकसभा स्पीकर चुना गया था.

25 सीटों का इनाम : इस बार प्रदेश से केन्द्र में मंत्रियों की संख्या कम रही. पिछली बार प्रदेश के 6 सांसदाें काे मंत्री बनाया गया था, लेकिन इस बार सिर्फ 3 मंत्री बनाए हैं. प्रदेश ने लगातार दूसरी बार बीजेपी काे 25 में से 25 सीटें दी हैं. इस कारण भी प्रदेश के सांसद काे लाेकसभा अध्यक्ष के पद से नवाजा गया है.

10 दिन से चल रही थी तैयारी, भाई से बोला था-होने वाला है बड़ा फैसला
बिरला को करीब 10 दिन पहले ही पता लग गया था कि उनका नाम लोकसभा स्पीकर के लिए तय किया जा रहा है. लेकिन उन्होंने इसकी किसी को भनक तक नहीं लगने दी. उनके परिवार व स्टाफ में भी एक-दो लोगों को ही यह जानकारी इस हिदायत के साथ दी गई थी कि वे कहीं भी इसकी चर्चा नहीं करें.

5 जुलाई को बजट पेश होगा

20 जून को राष्ट्रपति लोकसभा व राज्यसभा दोनों सदनों की संयुक्त मीटिंग को संबोधित करेंगे. इसी दिन राज्यसभा के सत्र की आरंभ होगी. संसद का यह सत्र 26 जुलाई तक चलेगा. 5 जुलाई को पहली बार महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी.

20 जून: लोकसभा व राज्यसभा के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति का संबोधन.

4 जुलाई: वित्त मंत्रालय का आर्थिक सर्वेक्षण आएगा.

5 जुलाई: नयी सरकार का पहला आम बजट आएगा.