लगातार पिछले छह हफ्ते से जारी तेजी पर अंकुश लग गया। विदेशों में कमजोरी के रुख के बीच ज्वेलरी विक्रेताओं व फुटकर कारोबारियों की मांग घटने से बीते हफ्ते580 रुपये की गिरावट के साथ सप्ताहांत 32,070 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। मार्केट सूत्रों ने बोला कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अपनी मीटिंग में ब्याज दर को अपरिवर्तित रखा।
इस साल ब्याज दर में चौथी बार वृद्धि अगले महीने होने की उम्मीद की जा रही है। इस स्थिति में डॉलर मजबूत होने से सर्राफा मांग प्रभावित हुई व कारोबारी धारणा मंदी हो गई। इसके अतिरिक्त घरेलू ज्वेलरी निर्माताओं व फुटकर कारोबारियों की त्योहारी मांग समाप्त होने से लोकल कारोबारी धारणा प्रभावित हुई। ‘गोवर्धन पूजा’ के कारण गुरुवार को मार्केट बंद रहे।
वैश्विक स्तर पर सोने की मूल्य सप्ताहांत में 1,210.40 डॉलर प्रति औंस पर नरमी में रहीं जो हफ्ते का निम्नतम स्तर रहा है। पिछले सप्ताहांत यह 1,233.20 डॉलर प्रति औंस थी। जबकि चांदी पिछले सप्ताहांत के बंद भाव 14.82 डालर के मुकाबले समीक्षाधीन हफ्ते अंत में 14.25 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई।
राष्ट्रीय राजधानी में ‘धनतेरस’ व ‘दीवाली’ त्योहार के कारण ज्वेलरी विक्रेताओं व फुटकर कारोबारियों की लिवाली बढ़ने से 99.9 व 99.5 फीसदी शुद्धता वाले सोने की मूल्य की आरंभ32,690 व 32,540 रुपये प्रति दस ग्राम पर मजबूत रुख के साथ हुई। लेकिन निरंतर गिरावट के बाद सप्ताहांत में यह 580 – 580 रुपये की हानि के साथ क्रमश: 32,070 रुपये व31,920 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई। सोने की ही तरह गिन्नी की मूल्य 200 रुपये की हानि के साथ सप्ताहांत में 24,700 रुपये प्रति आठ ग्राम पर बंद हुई।
सोने की तर्ज पर हफ्ते के अधिकतर भाग में चांदी तैयार व चांदी साप्ताहिक डिलिवरी के भाव लगातार दबाव में रहे तथा सप्ताहांत में ये कीमतें 1,530 रुपये व 1,940 रुपये की हानि के साथ क्रमश: 38,000 रुपये व 36,880 रुपये प्रति किलो पर बंद हुईं। चांदी सिक्कों की मूल्य भी सप्ताहांत में 1,000 रुपये की हानि के साथ लिवाल 75,000 रुपये व बिकवाल 76,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर बंद हुई।