46 फीसद महिलाएं अपने पतियों को समझती हैं ये, जानिए ये है कारण

मगर, एक नए अध्ययन से पता चला है कि कई महिलाओं का मानना है कि बच्चों की तुलना में उनके पति ज्यादा तनाव पैदा करते हैं।

 

टुडे द्वारा 7,000 महिलाओं पर किए गए सर्वे में पाया गया कि महिलाओं ने अपने तनाव के स्तर को 10 में से औसतन 8.5 अंक दिए थे। उनमें से 46 प्रतिशत ने कहा कि इस तनाव के लिए उनके बच्चों से ज्यादा उनके पति दोषी थे।

सर्वे के अनुसार कई प्रतिभागियों ने कहा कि उनका पार्टनर एक ‘बड़ा बच्चा’ है। लिहाजा, वे ज्यादा नजर रखती हैं और इसकी वजह से उन्हें तनाव ज्यादा होता है। महिलाओं ने कहा कि वे अपने पार्टनर को समान भागीदार नहीं मानती हैं.

जो उनके साथ हाथ बंटा सके। कई महिलाओं को यह भी लगता है कि वे शादी के बाद जिस तनाव का अनुभव करती हैं वे पिता के तनाव से बहुत अलग है।

अधिकांश महिलाओं को यह भी लगता है कि घर की जिम्मेदारी का अधिकांश हिस्सा जैसे बच्चों की देखभाल करना हर दिन उन पर पड़ता है, जिससे उन्हें सभी काम खत्म करने में बहुत कम समय लगता है।

जबकि यह भी सच है कि अधिक पुरुष सक्रिय रूप से घर के काम-काज में काफी भूमिका निभा रहे हैं, ताकि वे अपने साथी को आराम करने या अपनी पसंद के काम करने के लिए समय निकालने का मौका दे सकें।

मगर, अभी भी इस मामले में काफी कुछ करने की जरूरत है, ताकि महिलाओं को थोड़ा कम तनाव महसूस हो। हालांकि, एक अलग सर्वे में पाया गया कि 1,500 पुरुषों ने कहा कि उन्हें लगता है कि वे बच्चों की परवरिश में अधिक मदद कर रहे हैं, और इसके लिए उन्हें पर्याप्त क्रेडिट नहीं मिल रहा है।

आज-कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के जीवन में तनाव काफी बढ़ गया है, खासतौर से महिलाओं के जीवन में। अगर महिलाएं कामकाजी नहीं भी हैं.

तो भी घर के काम और बच्चों को संभालने में मल्टीटास्किंग करने से उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। यदि उन्हें एक सपोर्ट सिस्टम मिल जाए और उनके पति बच्चों को संभालने की कुछ जिम्मेदारियों को उठा लें, तो महिलाओं को बड़ी राहत मिल सकती है।