37 वर्ष के गंभीर ने विदाई में रणजी ट्रॉफी को बनाया यादगार

प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से संन्यास लेने वाले गौतम गंभीर ने रविवार (9 दिसंबर) को पॉलिटिक्स से जुड़ने की अटकलों को खारिज किया, लेकिन यह पूर्व इंडियन बल्लेबाज कोचिंग देने के लिए तैयार है हिंदुस्तान की विश्व कप विजेता टीम का भाग रहे 37 वर्ष के गंभीर ने फिरोजशाह कोटला पर अपने विदाई रणजी ट्रॉफी मैच में यादगार शतक जड़ा

गौतम गंभीर से जब यह पूछा गया कि क्या वह अगले आम चुनाव में मैदान में उतरेंगे तो उन्होंने कहा, ‘‘बिलकुल भी नहीं ’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की अटकलें हैं जो मैंने भी सुनी हैं, ऐसा संभवत: इसलिए है कि मैं सामाजिक मुद्दे भी उठाता हूं मेरे लिए टि्वटर हमेशा ऐसा मंच रहा है, जो बहुत ज्यादा जरूरी है  जहां मैं सामाजिक मुद्दे उठा सकता हूं ’’

बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा, ‘‘मैं इस तरह का इंसान नहीं हूं जो टि्वटर जैसे मंच पर भी मजाक प्रारम्भ कर दे मेरे लिए इस राष्ट्र का नागरिक होने के नाते सामाजिक मुद्दे उठाना मेरा अधिकार है  संभवत: यही कारण है कि लोगों को लगता है कि मैं पॉलिटिक्स से जुड़ने वाला हूं लेकिन ऐसा कुछ नहीं है ’’

गंभीर ने हिंदुस्तान की ओर से अंतिम मैच 2016 में इंग्लैंड के विरूद्ध राजकोट में खेला था उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने बोला कि अब तक तो मैंने इसके बारे (राजनीति के) बारे में सोचा भी नहीं है  यह पूरी तरह से अलग वस्तु है 25 वर्ष मैंने क्रिकेट के अतिरिक्त कुछ नहीं किया, इसलिए देखते हैं कि मैं क्या करूंगा ’’

गौतम गंभीर ने टेस्ट क्रिकेट में 58 मैचों में 4154 रन बनाए उन्होंने इसके अतिरिक्त वनडे इंटरनेशनल मैचों में 5238 जबकि टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 932 रन बनाए

गंभीर से जब यह पूछा गया कि क्या वह प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में कोचिंग पद स्वीकार करने के इच्छुक है तो वह सकारात्मक नजर आए

उन्होंने कहा, ‘‘जो वस्तु मुझे सबसे अधिक रोमांचित करती है वह एक्शन है  मुझे यकीन है कि एक्शन एसी कमरों में बैठकर कमेंटरी जैसी चीजें करना नहीं है मुझे नहीं पता कि मैं खिलाड़ी जितना अच्छा कोच बन पाऊंगा या नहीं ’’

गौतम गंभीर से जब यह पूछा गया कि क्या वह कभी क्रिकेट प्रशासन से जुड़ेंगे तो उन्होंने इससे इंकार कर दिया अंतिम प्रतिस्पर्धी मैच खेलने के बाद अपने सभी बल्ले टीम के अपने साथियों को बांटने वाले गंभीर ने कहा, ‘‘मैं सीधी बात करने वाला आदमी हूं  मुझे नहीं लगता कि प्रशासन या कहीं  मुझे स्वीकार किया जाएगा ’’

गौतम गंभीर ने बोला कि वह दिल्ली क्रिकेट के युवा खिलाड़ियों की मदद करने के इच्छुक हैं