बांद्रा पुलिस स्टेशन के एक ऑफिसर ने कहा, ’18 दिसंबर को महिला पाली हिल स्थित अपने दफ्तर जाने के लिए ट्रेन से उतरी. इसके बाद उसने पास में ही स्थित बांद्रा स्टेशन गई व पैसे निकालने की प्रयास की. तकनीकी खामी के कारण वह पैसे निकालने में असमर्थ रही. एटीएम से पैसा नहीं निकला.‘ पुलिस के अनुसार आरोपी दरवाजे के बाहर खड़ा इंतजार कर रहा था.
आरोपी ने जब महिला को पैसे निकालने में हो रही कठिनाई को देखा तो शेख को मदद पेश की. हालांकि आरोपी की मदद के बाद भी शेख पैसे नहीं निकाल पाईं लेकिन आरोपी को उनके डेबिट कार्ड की सारे विवरण मिल गए. जैसे ही वह अपने दफ्तर पहुंची उन्हें एक मैसेज मिला कि उनके खाते से 10,000 रुपये निकाले गए हैं.
वडाला की रहने वाले शेख इसके बाद एटीएम पहुंची लेकिन उन्हें आरोपी वहां नहीं मिला. ऑफिसर ने बताया, ‘वह लगभग 17 दिनों तक प्रतिदिन उस एटीएम पर जाती रहीं व उस एरिया में आरोपी के आने का इंतजार करती रहीं. वह आरोपी को एटीएम या स्टेशन के सामने पकड़ने की प्रयास कर रही थीं. वह जब भी स्टेशन जाती थीं वह एटीएम के बाहर उसे पकड़ने के लिए इंतजार किया करती थी.‘
पुलिस ने बोला कि 4 जनवरी को शेख ने आरोपी को उसी एटीएम के बाहर रात के 11.30 बजे देखा. उन्होंने उसे पकड़ लिया व पुलिस को बुलाया. जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि मिश्रा के विरूद्ध सात मामले दर्ज हैं व उसे जनवरी 2018 को अपराध ब्रांच ने एटीएम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में अरैस्ट किया था.