25 साल बाद चीन को तबाह कर देगा ये देश, दिया सख्त संदेश

भारत और अमेरिका के बीच हाल ही में संपन्न हुई टू प्लस टू वार्ता के बारे में अमेरिका के प्रभावशाली रिपब्लिकन सीनेटर केविन क्रैमर ने दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने के ट्रंप प्रशासन के प्रयासों की प्रशंसा की है।

उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच के संबंधों को मजबूत करने से दोनों देश सुरक्षित रहेंगे और इससे चीन और रूस जैसे विरोधियों को एक स्पष्ट और सख्त संदेश जाएगा।

अपनी वियतनाम यात्रा के दौरान उन्होंने दक्षिण चीन सागर में वियतनाम के दावे पर अमेरिकी सहयोग को दोहराया और कहा कि चीन पड़ोसी देशों से उनकी संप्रभुता छीनने की कोशिश कर रहा है जो अस्वीकार्य है। इसके साथ ही उन्होंने दक्षिण चीन सागर में चीनी दावों को सिरे से खारिज कर दिया।

दरअसल, अमेरिका और वियतनाम के बीच रिश्ते बनने के 25 साल पूरे होने के मौके पर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो वियतनाम पहुंचे हैं।

यहां भी अमेरिकी विदेश मंत्री ने कोरोना महामारी से निपटने के चीनी तरीकों और मानवाधिकारों पर उसके रिकॉर्ड की तीखी आलोचना की।उन्होंने कहा, चीन अपने छोटे पड़ोसी देशों के साथ आक्रामक तरीका अपना रहा है जिससे पूरे क्षेत्र में अस्थिरता पैदा हो रही है।

अगले महीने नवंबर में अमेरिका में आम चुनाव होना है। अमेरिकी चुनाव से ठीक पहले अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो अपने वियतनाम दौरे के साथ ही एशिया में चीन विरोधी यात्रा खत्म कर रहे हैं।

बता दें कि उन्होंने भारत, श्रीलंका, मालदीव और इंडोनेशिया में भी चीन विरोधी रुख को लेकर ट्रंप प्रशासन की चिंताएं सभी के सामने रखीं हैं। वियतनाम में पोम्पियो ने दक्षिण सागर में चीन के समुद्री दावों को एक बार पूरी तरह से खारिज कर दिया है।