एचसीजी एक मार्मोन है हो जो कि गर्भधारण करने के शुरुआती दिनों में प्रड्यूस होता है. यह बोला जाता है कि इस हार्मोन की वजह से मेटाबॉलिज्म में बढ़ोतरी होती है व शरीर जिस कैलोरी को रिलीज करता है, वह फैट के तौर पर स्टोर हो जाता है.
एचसीजी का उपयोग खासतौर पर प्रजनन संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है. हालांकि प्रजनन संबंधी समस्याओं के अतिरिक्त यह किसी दूसरे तरह से उपयोग के लिए अप्रूव नहीं हुआ है लेकिन कुछ लोग डाइट के तौर पर इसका प्रयोग करते हैं. यह भी बोला जाता है कि इससे पुख्ता वजन घटता है इस बात के कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं हैं.
एचसीजी हार्मोन भ्रूण का विकास करता है. इसका लिंक वजन कम करने से जोड़ा गया है. बोला जाता है कि इसके जरिए स्वाभाविक रूप से कैलोरी बर्न होती है व वजन कम होता है.शोधों में बताया गया है कि एचसीजी डाइट के जरिए सिर्फ सख्त कैलोरी ही प्रतिबंधित होती है. यह हार्मोन भूख को कम करने में अप्रभावित है.
इसी तरह से कीटोजेनिक डाइट के जरिए भी तेजी से वजन कम किया जा सकता है. इसे लो कर्व व हाइ-फैट डाइट भी कहते हैं. इस डाइट में कम कार्बोहाइट्रेड वाली चीजों की अहमियतदी जाती है. इस डाइट से लिवर में कीटोन पैदा होता है. ऐसा माना जाता है कि ज्यादा कार्बोहाइड्रेट खाना खाने से शरीर में ग्लूकोज व इंसुलिन का उत्पादन होता है इसे शरीर में फैट जमा होने लगता है.
एक ऑस्ट्रेलियन फार्मेसी ने एचसीजी डाइट को फिर से रिडिजाइन किया है. यह फार्मेसी वजन घटाने के लिए 21 दिनों की एचसीजी डाइट दे रही है. इसके लिए आपको 350 डॉलर से ज्यादा खर्च करने पड़ सकते हैं. इस डाइट प्लान में शरीर को तेजी से मेटोबॉलिक स्टेज में ले जाया जाता है जो कि एक तरह से कीटो डाइट जैसा ही है. फार्मेसी का दावा है कि इस डाइट के जरिए 21 दिनों में सात किलो वजन कम किया जा सकता है.