मशीनों तक होगी पहुँच
जानकारी के अनुसार इस रिपोर्ट में बोला गया है कि हिंदुस्तान में साल 2022 तक इंटरनेट ऑफ थिंग्स के करीब दो अरब कनेक्शन होंगे व इससे 11.1 बिलियन डॉलर के राजस्व की प्राप्ति होगी. वही इस रिपोर्ट में बताया गया है कि राष्ट्र में प्रति सेकंड करीब 5 नए मोबाइल कनेक्शन इंटरनेट की ताकत से जुड़ेंगे. इसके अतिरिक्त करीब 50 प्रतिशत घर ब्रॉडबैंड की फिक्स्ड लाइन सेवा से जुड़ जाएंगे. रिपोर्ट की माने तो इंटरनेट कनेक्टिविटी इंसानों तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसकी पहुंच मशीनों, वाहनों, घरेलू उपयोग के सामानों तक भी हो जाएगी.
लाखों मोबाइल टॉवर लगाने होंगे
सूत्रों की माने तो कई जगहों पर 4जी नेटवर्क की पहुंच व अगले वर्ष से 5जी की शुरआत होने से इंटरनेट की गति में बड़ा सुधार आएगा. नयी तकनीक को लोगों तक पहुंचाने व डाटा खपत बढ़ाने के लिए नए टॉवर लगाए जाने की भी आवश्यकता होगी. इसके लिए देशभर में करीब 1 लाख नए मोबाइल टॉवर लगाने होंगे.