2019 से पहले कांग्रेस में बड़ा फेरबदल

कांग्रेस पार्टी तमाम राज्यों में अपनी स्थिति को फिर से मजबूत करने के लिए यहां के प्रदेश मुखिया को बदलने की तैयारी कर रही है। कुल पांच राज्यों में पार्टी नए प्रदेश मुखिया की तलाश कर रही है, जिसमें हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और मुंबई शामिल हैं। माना जा रहा है कि यह नया बदलाव इसलिए किया जा रहा है ताकि प्रदेश में नेताओं के बीच चल रही तनातनी को खत्म किया जा सके और पार्टी को नई ऊर्जा दी जा सके।Image result for 2019 से पहले कांग्रेस में बड़ा फेरबदल

अजय माकन छुट्टी पर

पांच में से चार राज्यों में कांग्रेस सत्ता से बाहर है, ऐसे में नई प्रदेश अध्यक्ष का सबसे बड़ा लक्ष्य होगा आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के संगठन को मजबूत करना। दिल्ली कांग्रेस मुखिया अजय माकन पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे हैं और वह इलाज के लिए विदेश चले गए हैं, उन्होंने पार्टी को इस बात की जानकारी दी है कि वह स्वास्थ्य की वजह से अपनी जिम्मेदारी को पूरा करने में असमर्थ हैं। माकन ने कहा कि मैंने अपने स्वास्थ्य के बारे में पार्टी नेतृत्व को जानकारी दे दी है।

दिल्ली में चल रहा है घमासान

माकन को अरविंद सिंह लवली की जगह पार्टी की कमान सौंपी गई थी, जब लवली भाजपा में शामिल हो गए थे, लेकिन वह वापस फिर से कांग्रेस में आ गए थे। पार्टी का एक धड़ा चाहता है कि दिल्ली में किसी ऐसे को कमान सौंपी जाए जो आप के साथ गठबंधन कर सके। यह गठबंधन ना सिर्फ दिल्ली बल्कि हरियाणा और पंजाब में भी हो। इसमे जो नाम सबसे आगे आया है वह महाबल मिश्रा, संदीप दीक्षित, शर्मिष्ठा मुखर्जी हैं। हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि किन नामों पर पार्टी के भीतर चर्चा हो रही है।

हुडा और तंवर के बीच टकराव

हरियाणा में पार्टी के अध्यक्ष अशोक तंवर और पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुडा के बीच तनातनी चल रही है। ऐसे में पार्टी को इस बात का डर है कि आगामी चुनाव में यह तनातनी पार्टी के लिए भारी ना पड़ जाए। तंवर सिरसा से पार्टी के दलित नेता और लोकसभा सांसद हैं, वह 2014 में प्रदेश अध्यक्ष बने थे। तंवर ने कहा कि मैंने पिछले चार साल में पार्टी को मजबूत करने की कोशिश की है, हमारा लक्ष्य है कि आगामी लोकसभा चुनाव में सभी सीटों पर जीत दर्ज करना, हम यहां मजबूत स्थिति में हैं, बाकि पार्टी नेतृत्व पर निर्भर करता है कि वह क्या फैसला लेती है। पार्टी का एक धड़ा चाहता है कि दो बार के मुख्यमंत्री रहे हूडा को यहां की कमान सौंपनी चाहिए, जबकि कुछ लोग यह भी चाहते हैं कि दलित नेता कुमारी शैलजा को यहां की कमान सौंपी जानी चाहिए।

हिमाचल में बदलाव

वहीं मध्य प्रदेश की बात करें तो यहां कमलनाथ पार्टी की कमान संभाल रहे हैं, लेकिन उनके उत्तराधिकारी के नाम पर अभी फैसला नहीं हुआ है। उधर हिमाचल प्रदेश में पार्टी के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुखू ने इस्तीफा देने की बात कही थी।2017 में प्रदेश में हार के बाद ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन पार्टी ने उन्हें अगले अध्यक्ष के चुने जाने तक अपने पद पर बने रहने को कहा था। उन्हें 2013 में पार्टी की कमान सौंपी गई थी।

निरूपम की हो सकती है छुट्टी

वहीं मुंबई में पार्टी अध्यक्ष संजय निरुपम को बदलने पर विचार कर रही है। जिस तरह से गुरुदास कामत के साथ उनका विवाद चल रहा है, उसे खत्म करने के लिए पार्टी यह फैसला लेने पर विचार कर रही है। महाराष्ट्र में मिलिंद देवड़ा, प्रिया दत्त के नाम पर भी चर्चा की गई है। हालांकि अभी तक इसपर अंतिम फैसला नहीं लिया गया है।