जौहर यूनिवर्सिटी को बचाने के लिए अखिलेश यादव करने जा रहें ये काम और फिर…

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि राजनीतिक वजहों से आजम खां के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। पार्टी उनके साथ खड़ी है। जौहर यूनिवर्सिटी को बचाने के लिए पार्टी बजट के बाद पूरे प्रदेश में आंदोलन शुरू करेगी।

इस दौरान प्रदेश में साइकिल रैली निकाली जाएगी। उन्होंने कहा कि आजम खां के परविर के खिलाफ जो मुकदमे दर्ज कराए गए हैं उनको लेकर पार्टी ने हर स्तर पर अपना विरोध जताया है।

 

शुक्रवार को रामपुर में आजम खां की पत्नी डॉ. तजीन फात्मा से मुलाकात करने के बाद अखिलेश यादव जौहर यूनिवर्सिटी में प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आजम खां ने बहुत अच्छी यूनिवर्सिटी बनवाई है, लेकिन कोई भी सुंदर चीज भाजपा को अच्छी नहीं लगती है।

 

भाजपा का सिद्धांत है ठोक दो, बर्बाद कर दो, बुलडोजर चलवा दो। मुख्यमंत्री की भाषा नहीं देखी है विधानसभा में कहते हैं कि ठोक देंगे। अखिलेश ने कहा कि योगी तो वह होता है जो दूसरे के दुख को समझे। यह योगी तो दूसरों को दुख देता है।

बदायूं की घटना का उल्लेख करते हुए अखिलेश ने कहा कि बुलडोजर तो ऐसी जगह पर चलाया जाना चाहिए, जहां मानवता को शर्मसार करने वाली घटना हुई हो। अगर किसी के नक्शे में थोड़ी सी गलती हो या नक्शा पास नहीं हो तो बिल्डिंग को तोड़ देना कहां तक जायज है।

नक्शा तो मुख्यमंत्री के आवास का भी पास नहीं है। भाजपा नेताओं को लेकर उन्होंने कहा कि जिसके घर शीशे के होते हैं वो दूसरे के घरों पर पत्थर नहीं फेंकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर आगामी विधानसभा चुनावों के बाद हमारी सरकार आती है तो हम किसी के खिलाफ भी बदले की भावना से कार्रवाई नहीं करेंगे।

उन्होंने कहा कि जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर जो गलत कागज बनाए गए हैं उसकी लड़ाई हम कोर्ट में लडे़ंगे। कोर्ट से डॉ. तजीन फात्मा को जमानत मिली है, उम्मीद है कि जल्द ही आजम खां को जमानत मिल जाएगी और वो हमारे बीच होंगे। अन्य दलों के लोगों से आजम खां की मुलाकात करने की संभावना पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा के नेताओं ने मिलकर साजिश रची है।