सीएम योगी ने किया डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का दौरा , फिर दिया ये निर्देश

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य में पहले चरण के दौरान 9 लाख स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण होना है. इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीकाकरण की सुचारू व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.

 

प्रदेश में पहले चरण में 9 लाख हेल्थ वर्कर्स और दूसरे चरण में लगभग 20 लाख फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगेगी. तीसरे चरण में 50 साल से अधिक उम्र के लोगों और अन्य गंभीर बीमारी वालों को वैक्सीन लगाई जाएगी. प्रदेश में कुल 18 स्टेट कोल्ड स्टोरेज सेन्टर बनाये गए हैं, जहां से जिलों में वैक्सीन जाएगी.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा था कि प्रदेश में कोरोना टीकाकरण का कार्य भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुरूप संचालित किया जाएगा. उन्होंने टीके के सुरक्षित स्टोरेज, प्रभावी कोल्ड चेन व्यवस्था और सुगम परिवहन के लिए सभी व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित करने को कहा था.

बता दें कि, हाल ही में राजधानी लखनऊ में हुए ड्राई रन में कई खामियां पाई गईं थीं, जिन्हें आज दूर करने की कोशिश की जाएगी. पिछले ड्राई रन में पाया गया था कि जिनको डेमो के तौर पर इंजेक्शन लगना था, उनका नंबर लिस्ट में नहीं था, तो कहीं समय पर इंजेक्शन नहीं पहुंचा.

जिन कर्मचारियों को इंजेक्शन लगवाने के लिए डमी के तौर पर अस्पताल आना था, वो भी समय से नहीं पहुंचे. ऐसे में आज जिलों में ड्राई रन कर हर उस कमी को दूर करने की कोशिश की जा रही है जो पिछले ड्राई रन में सामने आई थी.

सीएम योगी ने कहा कि केंद्र सरकार से निर्धारित क्रम के अनुसार ही बारी आने पर ही वैक्सीन लगाई जाए. सबसे पहले 9 लाख हेल्थ वर्करों को, इसके बाद आवश्यक सेवाओं के लोगों को उसके बाद 50 साल से अधिक की उम्र के लोगों को वैक्सीन लगेगी. ड्राई रन से पहले सीएम योगी ने अपने आवास पर कोविड-19 को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की. इसमें ड्राई रन से लेकर एक्चुअल वैक्सीनेशन तक की तैयारियों पर चर्चा की गई.

उत्तर प्रदेश में मंगलवार को सभी 75 जिलों में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन (पूर्वाभ्यास) किया जा रहा है. कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का दौरा किया. कोविड वैक्सीन को लेकर मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश देते हुए कहा कि वैक्सीन उपलब्ध कराने में पूरी पारदर्शिता रखी जाए. आम और खास में भेदभाव नहीं होना चाहिए.