इस अवधि के दौरान राज्य धुंध व कोहरे का सामना करता है. जिसका कारण ठंड व शहर की बेकार वायु गुणवत्ता है. ऐसे में एयरलाइंस को कुछ उड़ानों को रद्द करना पड़ सकता है क्योंकि दिल्ली हवाई अड्डा पहले ही अपनी क्षमता से ज्यादा विमानों का परिचालन कर रहा है. इसलिए वह रद्द उड़ानों के लिए अलावा समय नहीं दे सकता है. हवाई अड्डे को भीड़ का सामना करने पड़ेगा व लैंडिंग का समय पहले के मुकाबले बढ़ सकता है. वर्तमान में दिल्ली हवाई अड्डे से प्रतिदिन 1300 विमानों का परिचालन होता है.
दिल्ली हवाई अड्डे को मरम्मत के लिए बंद करने की घोषणा से कुछ हफ्तों पहले छत्रपति शिवाजी महाराज अतंरराष्ट्रीय एयरपोर्ट ने भी इसी कारण की वजह से यात्रियों को होने वाली कठिनाई की बात कही थी. शिवाजी महाराज हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बोला था कि अगले वर्ष 7 फरवरी व 30 मार्च के दौरान यात्रा करने वाले यात्रियों को देरी का सामना करना पड़ सकता है. इस अवधि के दौरान 700 घरेलू हवाई यात्राओं के प्रभावित होने की उम्मीद है व सभी अतंरराष्ट्रीय उड़ानों को पुनर्योजित किया जाएगा.
छत्रपति महाराज हवाई अड्डे पर मरम्मत का कार्य 21 मार्च, 2019 को छोड़कर मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को होगा. होली की छुट्टी के कारण इस दिन कोई रनवे बंद नहीं होगा.वर्तमान में मुंबई हवाई अड्डा प्रतिदिन 950 उड़ानों का परिचालन करता है. हवाई यात्रियों के लिए अच्छी खबर यह है कि हिंदुस्तान के दो व्यस्त हवाई अड्डों पर एक साथ कार्य नहीं हो रहा है. वहीं डायल के प्रवक्ता ने कहा, ‘रनवे 27/09 को मरम्मत के लिए बंद किया जाएगा. इस काम को 13 दिनों में समाप्त किया जाएगा. इससे हवाई अड्डे की क्षमता कुछ कम होगी.‘