14 दिसंबर से दिल्ली में होने जा रहा ये, किसानों ने किया एलान , आज बंद करेंगे…

सहारनपुर के तीनों टोल प्लाजा पर 3 घंटे तक किसान जमे रहे. दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के एनएच-91 के टोल को किसानों ने फ्री कर दिया. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर किसानों ने प्रदर्शन किया और बिना टोल लिए गाडिय़ों को पार कराया. किसानों ने गाजियाबाद में मुरादनगर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे का टोल प्लाजा फ्री करवा दिया.

किसानों की तैयारी दिल्ली-आगरा और आगरा से लखनऊ को जोडऩे वाले एक्सप्रेसवे को भी फ्री कराने की थी, लेकिन प्रशासन ने यहां भारी तादाद में पुलिस बल की तैनाती कर दी.

बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद रहे. प्रशासन और पुलिस की मुस्तैदी की वजह से दिल्ली-बदरपुर बॉर्डर फ्री नहीं हो पाया. भारी संख्या में पुलिस शुक्रवार से ही मौके पर तैनात थी.

बता दें कि सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद किसान मान नहीं रहे हैं. शनिवार को वे सरकार पर दबाव की नई रणनीति के साथ उतरे. किसानों ने राजधानी दिल्ली को जोडऩे वाले तमाम हाइवे पर बने टोल प्लाजा पर धावा बोला, लेकिन किसानों ने रास्तों को बंद करने की जगह हाइवे के टोल प्लाजा का शटर गिरा दिया. यानी टोल में गाडय़िों से कलेक्शन नहीं होने दिया.

दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश का शायद ही कोई टोल बूथ ऐसा हो जहां किसानों ने शक्ति-प्रदर्शन ना किया हो. छोटे बड़े किसानों के जत्थों ने टोल बूथ पर कब्जा जमाया और हाईवे को टोल फ्री कर दिया. टोल कर्मचारियों को हाइवे पर टैक्स वसूलने नहीं दिया गया.

शनिवार को किसान नेताओं ने और सख्त तेवर अपनाते हुए 14 दिसंबर को भूख हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया. लेकिन उससे पहले आज राजस्थान बॉर्डर से हजारों किसान ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे और दिल्ली-जयपुर हाइवे बंद करेंगे.

केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान 17 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर जमे हुये हैं. केंद्र सरकार चाह रही है कि किसान नेताओं से बातचीत कर गतिरोध खत्म किया जाए, लेकिन किसान नेता तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग पर अड़े हैं. अब तक छह दौर की बातचीत हो चुकी है और सब बेनतीजा रही हैं.